नयी दिल्ली, कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया है कि देश में राजमार्गों का निर्माण बेहद धीमी गति से हो रहा है और सड़क निर्माण के दावे जुमले साबित हो रहे हैं।
लोकसभा में बुधवार को केंद्रीय बजट 2022-23 के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदान की मांगों पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के अनुमुला रेवंत रेड्डी ने कहा कि देश मे सड़क निर्माण परियोजनाएं अपने तय लक्ष्य से बहुत पीछे चल रही है। भारत माला परियोजना में कुल 34000 किमी सड़क बननी थी जिसमे से अब तक महज 7000 किमी निर्माण हुआ है जो कुल परियोजना का सिर्फ 21 फीसदी है।
श्री रेड्डी ने आरोप लगाया “ सरकार का हर वादा जुमला सिद्ध हो रहा है। वर्ष 2022 में सभी को आवास उपलब्ध कराना हो, किसानों की आय दुगुनी करना हो, 100 स्मार्ट शहर विकसित करना हो या हर वर्ष दो करोड़ रोज़गार देने का लक्ष्य हो, इन सभी क्षेत्रों में सरकार अपने वादे नहीं निभा पाई और ये केवल नारे और जुमले बनकर रह गए। तेज़ी से सड़क निर्माण का लक्ष्य भी जुमला साबित हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि सरकार ने सड़को की मरम्मत और रखरखाव के लिए बजट में बेहद कम राशि का आवंटन किया है जो निराशाजनक है। दुनिया मे मरम्मत के अभाव में टी फूटी सड़को के कारण सबसे ज़्यादा दुर्घटनाएं होती है। दुनिया का सिर्फ एक फीसदी वाहन भारत मे हैं जबकि दुनिया की 11 फीसदी दुर्घटनाएं भारत मे होती है लेकिन सरकार फिर भी सड़को के रखरखाव पर ध्यान नही दे रही।
उन्होंने आरोप लगाया कि सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों के लिए सरकार ज़िम्मेदार है।
श्री रेड्डी ने कहा कि सरकार राष्ट्र की संपत्तियों हवाईअड्डो , एयर इंडिया और बंदरगाहों को निजी हाथों को बेच रही है लेकिन सड़क निर्माण में निजी निवेश को प्रोत्साहित करने का कोई प्रयास नहीं कर रही।