वाराणसी, योगी आदित्यनाथ सरकार के 100 दिन पूरा होने पर विरोध प्रदर्शन करने वाले 50 युवा सपाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने पर पार्टी ने सवाल उठाया है।
सोमवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में सीएम योगी आदित्यनाथ से पूछा गया कि अगर सपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक तरीके से पीएम के संसदीय कार्यालय के सामने यज्ञ-हवन कर प्रदेश सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी कर रहे थे, तो इसे धारा-144 का उल्लंघन बताकर 50 कार्यकर्ताओं पर भेलूपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया। अब पूरे शहर में व्यापारी पिछले कई दिनों से जीएसटी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है, तो धारा 144 का उल्लंघन नहीं हो रहा?
समाजवादी छात्रसभा के प्रदेश उपाध्यक्ष संदीप सिंह स्वर्णकार, मनोज सिंह गोलू, अभिषेक मिश्र ने बताया कि 27 जून को योगी सरकार के 100 दिन के रिपोर्ट कार्ड जारी होने पर हम लोग विरोधस्वरुप लोकतांत्रिक तरीके से पीएम के संसदीय कार्यालय के सामने हवन कर असफल सरकार का वास्तविक रिपोर्ट कार्ड जारी कर रहे थे, तो इसे धारा-144 का उल्लंघन माना गया। जबकि व्यापारी और शहर पिछले कई दिनों से जीएसटी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा हैं। ऐसे में यह नगर में लागू धारा-144 का क्या उल्लंघन नहीं है।
सपा ने आरोप लगाया गया कि 100 दिन में ही सरकार का चेहरा लोगों के सामने आ गया है। योगी सरकार जानबूझकर सपा कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमें में फंसाकर उत्पीड़न कर रही है। चेतावनी दी गई कि सपा कार्यकर्ता इस उत्पीड़न से डरने वाले नहीं हैं। नेताओं ने कहा कि हम पीएम और सीएम के हर काशी दौरे का विरोध कर उन्हें काला झंडा दिखाने का ऐलान करते हैं। जिला प्रशासन से मांग की गई कि कार्यकर्ताओं पर से झूठा मुकदमा नहीं हटाया गया तो सपा सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगी।