लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी जिले की गोला गोकर्णनाथ विधान सभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर सपा के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाते हुए मतदाताओं से अपील की है कि वे भाजपा की हर साजिश का मुकाबला करके सपा को जितायें।
गौरतलब है कि गोला गोकर्णनाथ सीट से भाजपा विधायक अरविंद गिरि के निधन के कारण रिक्त हुयी इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है। अखिलेश यादव ने मतदाताओं को अपने संदेश में सपा प्रत्याशी विनय तिवारी को भारी बहुमत से विजयी बनाने के लिए ईवीएम में साइकिल वाले निशान पर बटन दबाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष एवं स्वतंत्र चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग को इस क्षेत्र में भाजपा नेताओं द्वारा भय व प्रलोभन के जरिए मतदान को प्रभावित करने की जो चालें चली जा रही हैं, उन पर तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार में गोला गोकर्णनाथ क्षेत्र में विकास के तमाम कार्य किए गए थे। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में सपा की जीत होने पर क्षेत्र की जनता के हित में और अधिक विकास कार्य होंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ वादे करती है, जबकि समाजवादी लोग जो कहते हैं, वही करते हैं। उनकी कथनी-करनी में अन्तर नहीं होता है।
सपा प्रमुख ने इस बात पर गहरा क्षोभ एवं चिंता जाहिर की है कि भाजपाई सपा समर्थकों को प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। मतदाताओं को प्रलोभन दिए जा रहे हैं। सपा की ओर से मुख्य चुनाव आयुक्त को गत 27 अक्टूबर को पत्र लिखकर बताया गया था कि गोला गोकर्णनाथ विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी अमन गिरि के चुनाव संचालक एवं पलिया से भाजपा विधायक हरविन्दर साहनी, आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन कर दीवाली के नाम पर रुपये एवं मिठाई बांटी जा रही है।
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा प्रत्याशी को जिला प्रशासन द्वारा गुंडा एक्ट की धारा 110 का नोटिस देना निष्पक्ष चुनाव की मर्यादा के विरूद्ध है। भाजपा के 40 मंत्री अपनी सुरक्षा के साथ क्षेत्र में मौजूद हैं और आतंक फैला रहे हैं। विशेषकर यादव पुलिस कर्मियों को चिह्नितकर उन्हें जबरन छुट्टी पर भेजा जा रहा है। भाजपा प्रत्याशी की चुनाव सभाओं में सरकारी कर्मचारी भाग ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपाई उपचुनाव में जो हालात पैदा कर रहे हैं, उससे निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकेंगे? इसलिए चुनाव आयोग तत्काल इन शिकायतों पर संज्ञान लेकर प्रभावी कार्रवाई करे और आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में मुकदमा दर्ज कराये। ताकि उपचुनाव निष्पक्ष एवं स्वतंत्र रूप से सम्भव हो सके।