सहारनपुर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल चुकी है और प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है।
राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी राघव लखनपाल शर्मा के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुये दावा किया कि इस चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल पायेगा और उनका अस्तित्व समाप्त हो जायेगा।
रक्षामंत्री ने सहारनपुर के भाजपा उम्मीदवार राघव लखनपाल शर्मा के प्रति अपने आत्मीय संबंधों का बार-बार जिक्र कर लोगों को प्रभावित करने का काम किया। भाजपा हाईकमान को जल्द ही यह महसूस हो गया है पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा का मजबूत वोट बैंक मानी जाने वाली राजपूतों की नाराजगी नतीजों में भारी उलटफेर कर सकती है।
अपने 40 मिनट के संबोधन में श्री सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक, घरेलू एवं विदेशी मामलों के मोर्चे पर उपलब्धियों का बखान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बना दिया है जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल मेंउत्तर प्रदेश में रामराज्य स्थापित हो गया है।
उन्होंने कहा कि वह खुद किसान परिवार से हैं। उन्होंने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने को किसानों के प्रति सम्मान प्रकट करना बताया और कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का किसान बहुत ही मेहनती है।
राजनाथ सिंह ने भाजपा सरकारों की उपलब्धियों को एक-एक कर गिनाया वहीं सपा-कांग्रेस गठबंधन पर तीखे हमले किए। राजनाथ सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी हर घंटे अपने उम्मीदवारों को बदलती रहती है। कांग्रेस को चुनाव लड़ने लायक उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद लोग पूछेंगे कि सपा और कांग्रेस कौन है यानि दोनों का चुनाव में खाता भी नहीं खुल पाएगा और उनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि सहारनपुर ने राघव लखनपाल को 2014 में जिता दिया था तो 2019 में उन्हें संसद में चुनकर नहीं भेजा। जाहिर है कुछ कमियां रही होंगी। उन्हें लगता है कि जो भूलचूक राघव लखनपाल शर्मा से हुई है उसे उन्होंने अपना व्यवहार बदलकर ठीक कर लिया हैं। अब आप लोग उनके हाथ में कमल देकर अवश्य ही संसद में भेजें।
राजनाथ सिंह ने याद दिलाया कि उनके मुख्यमंत्री बनते ही राघव लखनपाल शर्मा के विधायक पिता निर्भयपाल शर्मा की निर्मम हत्या हो गई थी। वह तत्काल जहाज से सहारनपुर पहुंचे तब राघव लखनपाल शर्मा की उम्र बहुत कम थी। बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने इस परिवार को भरपूर सांत्वना दी। आगे चलकर राघव लखनपाल अपने पिता की तरह विधायक बने, सांसद बने। उनका इस परिवार से और सहारनपुर की जनता से बेहद ही लगाव है। उनकी प्रबल इच्छा है कि लोग अपनी नाराजगी दूर करके अवश्य उनको जिताने का काम करें।
वैश्य बिरादरी के बड़े नेता सुनील गुप्ता, जिले के तमाम विधायक, राजपूत बिरादरी से अभय राणा, ठाकुर राजबीर सिंह आदि उपस्थित थे। सभा की अध्यक्षता सम्मानित राजपूत नेता ठाकुर विश्वंभर सिंह पुंडीर पूर्व डीजीसी ने की।