लखनऊ , पिछले कुछ समय से अंर्तकलह से जूझ रहे “यादव परिवार” परिवार के मुखिया और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव 23 नवम्बर को गाजीपुर में जनसभा कर उत्तर प्रदेश में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी के चुनाव प्रचार का श्रीगणेश करेंगे हालांकि इस सभा में सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भाग लेने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
गाजीपुर और आसपास के क्षेत्र में कौमी एकता दल के मुखिया और माफिया डान मुख्तार अंसारी का खासा प्रभाव माना जाता है। कौएद को हाल ही में सपा में विलय हो चुका है। अखिलेश ने कोएद के विलय पर कड़ा एतराज जताया था और इस मामले में उन्होने मंत्री बलराम यादव को बर्खास्त कर दिया था हालांकि बाद में पार्टी आलाकमान की आेर से बढते दवाब के मद्देनजर मंत्री को बहाल कर दिया गया था।
इन सब बातों को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भाग लेने को लेकर कयास लगाये जा रहें हैं। जबकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को कड़ा एतराज मुख्तार अंसारी की आपराधिक छवि के कारण कौएद से था। अब जबकि सपा मे विलय हो जाने के बाद अब कौमी एकता दल का अस्तित्व ही नही रह गया है तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के रैली मे न शामिल होने का प्रश्न ही नही उठता है।