लखनऊ, बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज सपा पर आरोप मढ़ा कि वह कहीं से समाजवादी नहीं रह गयी है बल्कि उसकी सोच जातिवादी एवं परिवारवादी है।
मायावती ने एक बयान में कहा कि समाजवाद को परिवारवाद के संकुचित स्वार्थ में बदल देने वाली उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी सपा और उसकी सरकार को आत्मचिन्तन करने की आवश्यकता है कि वे केवल नाम के समाजवादी तो नहीं रह गये हैं? उन्होंने कहा कि आम धारणा यही है कि सपा चाल, चरित्र, चेहरा और कर्म कहीं से भी कभी भी रत्ती भर भी समाजवादी नहीं रही है और सपा की सोच समाजवादी ना होकर केवल जातिवादी, परिवारवादी और विद्वेषपूर्ण है जो राम मनोहर लोहिया, चंद्रशेखर, जनेश्वर मिश्र, जयप्रकाश नारायण के जीवन चरित्र ओर उच्च विचारों से जरा भी मेल नहीं खाती।
मायावती ने कहा कि जयप्रकाश नारायण के जीवन संघर्ष के लिए उनका काफी आदर सम्मान है पर उनके नाम पर समाजवाद का संग्रहालय बनाकर अपनी पारिवारिक राजनीति को चमकाने तथा लोगों को वोट की खातिर भ्रमित कर बरगलाने का प्रयास अनुचित है। बसपा सुप्रीमो ने अपने सरकार के समय चलायी गयी योजनाओं और पार्कों के नाम बदलने के लिए सपा सरकार को आड़े हाथ लिया।