नई दिल्ली, यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और अखिलेश सरकार में मंत्री रहे अंबिका चौधरी ने बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है. अंबिका चौधरी, शिवपाल यादव के करीबी माने जाते रहे हैं. अंबिका चौधरी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव ने और उनके लोगों ने जिस तरह का व्यवहार किया है और अपने नेता-पिता को जिस तरह से उन्होंने खारिज करने का काम किया है. पूरे प्रदेश में इसको लेकर उनकी आलोचना और निंदा है और मैं स्वयं भी इससे दुखी हूं.सपा के पारिवारिक झगड़े में अखिलेश यादव ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था.
अंबिका चौधरी ने कहा है कि मैं बहनजी का धन्यवाद करता हूं. हम प्रदेश में सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एकजुट हो लड़ेंगे. चौधरी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि अखिलेश के फैसलों से प्रदेश नाराज है. अखिलेश ने जिस तरह से अपने नेता और पिता मुलायम सिंह यादव को खारिज किया है उससे मैं स्वयं भी दुखी हूं.
2012 में चुनाव हारने के बावजूद शिवपाल ने उन्हें बलिया की फेफना सीट से मौका दिया था लेकिन इस बार अखिलेश यादव ने इस सीट से संग्राम सिंह को उतार दिया. बीएसपी में शामिल होने के बाद अंबिका चौधरी को फेफना सीट से टिकट भी मिल गया है.