सपा के शासनकाल में था माफिया का बोलबाला: केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ., उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में अपराधियों, माफिया का बोलबाला था। सपा के शासन में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती थी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त है। अपराध होता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी होती है।
विधान परिषद में कानून व्यवस्था का मसला सपा की तरफ से उठाए जाने पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पहले अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलता था। मुख्यमंत्री आवास तक में अपराधियों की पैठ थी। सपा के समय में यूपी में भय का वातावरण था। 2017 के चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी अहंकार के आकाश पर चढ़ गई थी। जनता को लगा कि सपा सरकार आएगी तो फिर से वही स्थिति उत्पन्न हो जाएगी।
उन्होने कहा कि सपा डूबती हुयी नाव है। 2017 में सपा के साथ जो हुआ वहीं 2027 में होगा। भ्रष्टाचारी, अपराधियों को राजनीति में आगे लाने का काम सपा ने किया। सपा के शासनकाल में कोई भी पर्व त्यौहार सकुशल संपन्न नहीं होते थे। 2027 में गरीबों के उत्थान के लिए फिर से भाजपा की सरकार बनेगी।
इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि यूपी में रक्षक ही भक्षक बन गए हैं। यूपी में अपराध का ग्राफ अन्य प्रदेशों से आगे है। महिला उत्पीड़न की घटनाएं उत्तर प्रदेश में बढ़ी है। उत्तर प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। राजधानी लखनऊ में सबसे अधिक आपराधिक घटनाएं हो रही है। जीरो टॉलरेंस की नीति कहां है। कागजों पर उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था अच्छी है। थाना व तहसील भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं
सपा सदस्य किरणपाल कश्यप ने कहा कि अधिकारी बेलगाम है। कानून व्यवस्था फेल है। गरीबों की जमीन पर कब्जा हो रहा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ट्यूबवेल की केवल व ट्रांसफर चोरी हो रहे हैं। प्रदेश में ओबीसी के अधिकारों का हनन हो रहा है। प्रदेश सरकार सो रही है पूरा प्रशासन भ्रष्टाचार में लिप्त है।
परिषद सदस्य मुकुल यादव ने कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। दिन प्रतिदिन अपराधी घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रतिदिन 10 हत्या व 9 रेप की घटनाएं हो रही हैं। दलितों पर अत्याचार, हिरासत में हत्या, घरेलू हिंसा में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। कानून व्यवस्था जंगल राज में तब्दील होती जा रही है।