लखनऊ,समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि समाजवादी पार्टी पूरे तौर पर भारतीय संविधान को मानती है। पार्टी लोकतंत्र, समाजवाद तथा धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है। देश की सम्प्रभुता, एकता और अखण्डता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए हमेशा से संकल्पित है।
अखिलेश यादव ने कहा कि देश के घटनाचक्र पर गहरी नज़र रखने के साथ समाजवादी पार्टी राष्ट्रहित में मजबूती से राजनीतिक हस्तक्षेप करती रही है। उन्होंने कहा कि सपा का उद्देश्य समाजवादी समाज की स्थापना तथा हर स्तर पर न्याय और समानता को स्थापित करना है। देश की खुशहाली और विकास के लिए पार्टी की नीतियां राष्ट्रीय विकल्प हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी का दृष्टिकोण राष्ट्रीय है। सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय हित के लिए समाजवादी विचारधारा सर्वोपरि है। समाजवादी पार्टी की अपने विचारों और कार्यक्रमों की प्रतिबद्धता है। समाजवादी पार्टी ने अपनी नीतियों और कार्यक्रमों के जरिए हमेशा राष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित किया है।
उन्हाेंने कहा कि पार्टी को जब-जब सेवा का मौका मिला है तब-तब उसने देश की जनता के लिए सर्वहितकारी और सर्वोत्तम कार्य किए हैं। समाजवादी सरकारों के दौरान पार्टी की नीतियों पर चलकर किए गए कार्यों को दूसरे प्रदेशों और देश की सरकारों ने अनुसरण किया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की आर्थिक, सामाजिक और कृषि नीतियां सुस्पष्ट है। पार्टी हमेशा छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने की समर्थक रही है। आज के वर्तमान आर्थिक परिवेश को देखते हुए स्पष्ट है कि छोटे और मध्यम उद्योग ही देश में सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराते हैं।
उन्हाेंने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा से किसानों को आगे बढ़ाने की समर्थक रही है। पार्टी सामाजिक न्याय के जरिए सभी वर्गों के उत्थान और कल्याण तथा उनके सपनों को साकार करने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि 2023 की राजनैतिक संभावनाओं के चलते 2024 में सांप्रदायिक और नफरत की राजनीति को खत्म करने के लिए रेखा खिंच जाएगी और राष्ट्रीय राजनीति में समाजवादी विचारधारा का रास्ता प्रशस्त होगा।