बहादुर यादव की हत्या पर सपा सदस्यों ने सदन में चर्चा कराने की मांग की….
February 15, 2018
लखनऊ, उत्तरप्रदेश विधान परिषद में आज सपा सदस्यों ने पिछले महीने आजमगढ़ जिले में हुई हत्या के मामले को लेकर सदन से बहिर्गमन किया। शून्यकाल में सपा सदस्यों ने कार्यस्थगन की सूचना के जरिये गत नौ जनवरी को आजमगढ़ जिले के अकबेलपुर निवासी सपा नेता राज बहादुर यादव की गला काटकर हत्या का मुद्दा उठाते हुए इस पर सदन का काम रोककर चर्चा कराने की मांग की।
सपा सदस्य सुनील सिंह साजन ने सूचना की ग्राह्यता पर बल देते हुए आरोप लगाया कि सिर्फ सपा नेता होने की वजह से राजबहादुर यादव की हत्या कर दी गयी। सरकार संवैधानिक अधिकारों को छीनना चाहती है। वह मनुवादी व्यवस्था की तरफ बढ़ रही है। एक अन्य सपा सदस्य बलराम यादव ने कहा कि मुकदमे में नामजदगी के बावजूद अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस घटना की साजिश में कुछ बड़े अफसर भी शामिल हैं, इसलिये पुलिस ठीक से काम नहीं कर रही है। सरकार की कार्यप्रणाली में मनुवादी मंशा दिख रही है।
सदन में सपा और विपक्ष के नेता अहमद हसन ने सरकार से मृतक के परिजन को 50 लाख रुपये की मदद करने और निष्पक्ष तथा तीव्र कार्रवाई करते हुए अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की। नेता सदन उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इसका जवाब देते हुए कहा कि पुलिस ने मामले के तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी दो की संलिप्तता की जांच की जा रही है। इस दुखद घटना का मनुवाद या किसी जाति से सम्बन्ध नहीं है।
इस पर सपा सदस्य बलराम यादव ने कहा कि असली अपराधियों को बचाने के लिये दूसरे लोगों को पकड़ा जा रहा है। नेता विपक्ष ने सरकार पर अपराधियों को बचाने का आरोप लगाया, जिसके बाद सपा सदस्य सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन कर गये।