लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केजीएमयू में निर्मित 02 नये पीडियाट्रिक कैंसर वाॅर्डों का उद्घाटन करते हुए कहा कि राज्य की समाजवादी सरकार प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में चिकित्सा सुविधाओं में तेजी से इजाफा हुआ है।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कैंसर की बीमारी बड़ी तेजी से फैल रही है। ऐसे में इसके रोकथाम और इलाज की बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इस रोग के रोगियों की सबसे ज्यादा मदद की गई है, जिससे पता लगता है कि यह रोग बहुत तेजी से फैल रहा है। मुख्यमंत्री ने केजीएमयू में इस सुविधा की स्थापना के लिए हेल्पिंग हैण्ड्स ट्रस्ट का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि इसके निर्माण से अब कैंसरग्रस्त बच्चों का बेहतर ढंग से इलाज किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के लोगों को अच्छी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से समाजवादी सरकार द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति केजीएमयू महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय देश के सबसे पुराने और मशहूर चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में से एक है। इसके विद्यार्थी पूरे विश्व में अपने संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी प्रदेश में समाजवादी सरकार रही, चाहे वह नेताजी के नेतृत्व वाली सरकार हो अथवा वर्तमान सरकार, सभी ने इस संस्थान की सुविधाओं में हमेशा इजाफा किया है। इसके लिए नये विभाग स्थापित किए गए और नये भवनों का भी निर्माण कराया गया। उन्होंने कहा कि सुविधाओं में और बढ़ोत्तरी करने के लिए आवश्यक भवनों का आगे भी निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब भी इस संस्थान का नाम बदला गया तो समाजवादी सरकारों ने इस संस्थान को इसका पुराना नाम पुनः वापस दिलाने का भी काम किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में इलाज, दवाई, पैथालाॅजिकल जांचें, एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउण्ड की निःशुल्क सुविधा जनता को उपलब्ध करायी जा रही है। गरीबों को कैंसर, लिवर, हार्ट तथा किडनी जैसी बड़ी बीमारियों का मुफ्त इलाज सरकारी अस्पतालों में मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 18 मण्डलीय जिलों के राजकीय चिकित्सालयों में किडनी के मरीजों के लिए हीमोडायलिसिस की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराने का भी निर्णय लिया गया है। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में अनेक मेडिकल काॅलेजों के साथ-साथ सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों सहित नवीन उच्चीकृत चिकित्सा इकाइयों की भी स्थापना करायी जा रही है। कैंसर जैसे दुःसाध्य रोग से निपटने के लिए लखनऊ में एक उच्चस्तरीय कैंसर संस्थान की भी स्थापना की जा रही है, ताकि प्रदेश के कैंसर मरीजों को राज्य में ही इलाज की अच्छी सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में 11 मेडिकल काॅलेजों की स्थापना की गई है। डाॅक्टरों की कमी से निपटने के लिए राज्य के सरकारी मेडिकल काॅलेजों में लगभग 1,000 मेडिकल सीटों का इजाफा किया गया है। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के मद्देनजर राज्य सरकार इस बात का भी प्रयास कर रही है कि गांवों के लोगों को प्रशिक्षित कर नर्सों की कमी को पूरा किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस बात पर कार्य कर रही है कि प्रदेश के सभी मेडिकल संस्थानों का ढांचा और इंतजाम एक जैसा हो। उन्होंने कहा कि नाॅन टेक्निकल स्टाफ की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा और उन्हें भी सभी भत्ते दिए जाएंगे। कार्यक्रम को कन्नौज की सांसद डिम्पल यादव ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि हेल्पिंग हैण्ड ट्रस्ट द्वारा यह एक बेहतरीन पहल है। इसकी स्थापना से कैंसरग्रस्त बच्चों का इलाज अब काफी आसान हो जाएगा और उन्हें सभी सुविधाएं इस वाॅर्ड में उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि मदर्स डे पर यह बच्चों के लिए एक शानदार तोहफा है। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ. अनूप चन्द्र पाण्डेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चिकित्सा सुविधा के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। नोएडा, गोरखपुर, लखनऊ स्थानों में नयी चिकित्सा सुविधाओं, सुपर स्पेशियलिटी हाॅस्पिटल, कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना के माध्यम से प्रदेश की चिकित्सा सुविधाओं में एक साइलेण्ट मूवमेण्ट चल रहा है, जिसका लाभ प्रदेश की जनता को शीघ्र ही मिलने लगेगा। कार्यक्रम को केजीएमयू के कुलपति प्रो0 रविकान्त ने भी सम्बोधित किया। केजीएमयू में आज जिन 02 नये पीडियाट्रिक कैंसर वाॅर्ड का उद्घाटन किया गया, उनकी स्थापना हेल्पिंग हैण्ड ट्रस्ट द्वारा की गई है। इन वाॅर्ड में 60 बेड उपलब्ध हैं, जिसमें चिकित्सक कक्ष, कीमोथेरेपी कक्ष, आइसोलेशन कक्ष, नर्स स्टेशन, काॅन्फ्रेंस रूम, डे केयर एरिया, प्रसाधन के अलावा बच्चों के खेलने के स्थान का प्राविधान भी किया गया है।