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सपा से गठबंधन को लेकर शिवपाल सिंह यादव ने दिया ये बयान

प्रयागराज,प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने शनिवार को दो टूक कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) से कई बार धोखा खाने के बाद अब सपा से गठबंधन करने का कोई औचित्य नहीं रह गया है।

शिवपाल सिंह यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा, “सपा से एक बार नहीं कई बार धोखा खा चुका हूं। इसलिए अब उस पार्टी में जाने का कोई मतलब नहीं रह गया है।” उन्होंने कहा कि फिलहाल वह अपनी पार्टी को मजबूत करने में लगे है। उनका कहना था कि 2024 में जो भी सरकार केन्द्र में बनेगी, वह उस सरकार का हिस्सा होंगे। उन्हाेने खुलकर यह नहीं बताया कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में रहेंगे या अपनी खुद की सरकार बनाएगें। उन्होने सिर्फ इतना ही कहा कि समय सब बताएगा।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “हम अभी प्रदेश में प्रसपा को मजबूत कर रहे हैं। किसके साथ गठबंधन करना है, चुनाव नजदीक आने पर इसका विचार किया जाएगा।” भाजपा के साथ गठबंधन करने के सवाल पर वह हल्के से मुस्कुरा भर दिये। उन्होने कहा कि चुनाव नजदीक आने पर गठबंधन के बारे में विचार किया जाएगा, लेकिन सपा के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा।

सपा अध्यक्ष अखिलेश को लेकर उन्होने कहा कि पिछले चुनाव में हालांकि जनता चाहती थी कि प्रदेश में सपा की सरकार गठित हो, लेकिन उन्होने अपने संगठन को कायदे से मजबूत नहीं किया। टिकट बंटवारा भी कायदे से नहीं किया जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। उन्होने कहा कि यदि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) स्वयं मैनपरी से चुनाव लड़ते हैं, तो वह चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगे।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के सवाल पर उन्होंने कहा, यह अच्छी बात है। कांग्रेस ने यह अभियान शुरू तो किया है। वह मेहनत तो करते है, लेकिन सफलता नहीं मिलती। यादव ने कहा कि प्रदेश में नौकरशाही तंत्र हावी है। अधिकारी मंत्री तक की बात सुुनने को तैयार नहीं है।

इस दौरान प्रसपा अध्यक्ष के खिलाफ भाजपा के एमएलसी सुरेन्द्र चौधरी के समर्थकों ने नारेबाजी की। जवाब में प्रसपा के समर्थकों ने भी भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने दोनों गुटों में बीच बचाव कर मामले को शांत कराया।

प्रसपा अध्यक्ष का आरोप था कि उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री लल्लन राय की जमीन पर प्रयागराज के भाजपा एमएलसी कब्जा कर रहे हैं। अधिकारियों से शिकायत की गयी लेकिन उनके खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गयी। उन्होने कहा कि इसकी शिकायत वह स्वयं मुख्यमंत्री से मिलकर करेंगे।