तिरुवनंतपुरम,सबरीमला मंदिर में रजस्वला उम्र की महिलाओं के प्रवेश के बाद युद्धक्षेत्र में तब्दील हुए केरल से हिंसा की छिटपुट घटनाओं की खबरें आ रही हैं। कई स्थानों पर हिंसक प्रदर्शनकारियों ने देसी बम फेंके और पथराव किया। पुलिस ने बताया कि अब तक कम से कम 1,369 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और हिंसक प्रदर्शनों के संबंध में 801 मामले दर्ज किये गये हैं। बृहस्पतिवार को हिंदू समर्थक संगठनों ने सुबह से शाम तक हड़ताल का आह्वान किया था। उन्होंने बताया कि इस वक्त 717 लोग एहतियातन हिरासत में हैं।
पुलिस ने बताया कि मालाबार देवस्वओम बोर्ड के सदस्य के. शशिकुमार के कोझिकोड में पेरम्ब्रा स्थित घर पर शुक्रवार तड़के देसी बम फेंके गये। उन्होंने बताया कि पथनमथिट्टा में अडूर में मोबाइल की एक दुकान पर भी इसी तरह के विस्फोटक फेंके गये। पुलिस ने बताया कि कन्नूर में देसी बम से हमले की चार घटनाएं रिपोर्ट की गयीं। राजनीतिक रूप से अस्थिर जिले में माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच लगातार संघर्ष होते रहे हैं। इस संबंध में कम से कम 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया। बहरहाल घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि कन्नूर में स्थानीय भाजपा के कार्यालय को बदमाशों ने आग लगा दी। पथनमथिट्टा, कन्नूर, कोझिकोड और तिरुवनंतपुरम में सत्तारूढ़ माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले हुए और पथराव किये गये। हिंदुत्व समर्थक समूहों के मंच सबरीमला कर्मा समिति और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) ने भगवान अयप्पा के मंदिर में दो रजस्वला महिलाओं के प्रवेश के विरोध में बृहस्पतिवार को हड़ताल का आह्वान किया। इस दौरान हुए प्रदर्शनों से राज्य बुरी तरह प्रभावित हुआ।
देसी बम फेंकने और पथराव करने, छुटभैये समूहों के राज्य की सड़कों पर हंगामा करने, पुलिस और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के साथ लड़ाइयों में कई लोग घायल हुए। इन प्रदर्शनों के दौरान छुरा घोंपने से भाजपा के तीन कार्यकर्ता भी घायल हुए। कोझिकोड, कन्नूर, मलप्पुरम, पलक्कड़ और तिरुवनंतपुरम में कई जगहों पर भाजपा एवं सबरीमला कर्मा समिति के प्रदर्शन हिंसक हो गये। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिये लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें छोड़ी।