लखनऊ, मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें कई लोक लुभावन वादे किए गए हैं। अखिलेश ने अपने पिता व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की गैरमौजूदगी में अपना चुनावी घोषणा-पत्र जारी किया। वादों के तहत एक करोड़ लोगों को एक हजार रुपये पेंशन देने के साथ ही गरीब महिलाओं को प्रेशर कुकर देने का वादा भी किया गया है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाजवादी स्मार्टफोन के लिए एक करोड़ 40 लाख लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है। यदि इतने लोग भी सपा को वोट दे देंगे, तो सपा की सरकार बन जाएगी।
लखनऊ में विक्रमादित्य मार्ग स्थित सपा कार्यालय पर सपा का चुनावी घोषणा पत्र जारी करने से पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार बनाने के लिए बहुत त्याग करना पड़ता है। हमने पिछले कुछ महीनों में बहुत बुरे दिन देखे हैं, लेकिन अच्छे दिन भी आएंगे। अखिलेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे दिन आएंगे के चुनावी वादे पर निशाना साधते हुए सवालिया लहजे में कहा, आखिर कहां हैं अच्छे दिन? जनता पिछले तीन साल से ढूंढ़ रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को लेकर भी सवाल उठाए और कहा, अच्छे दिन लाने का वादा करने वालों ने विकास के नाम पर कभी लोगों को झाडू पकड़ा दी तो कभी योग करवाया। इन लोगों ने अभी तक नहीं बताया कि जनता के अच्छे दिन कब आएंगे। सपा को वोट देने की अपील करते हुए अखिलेश ने यह भी कहा कि पार्टी की कथनी और करनी में अंतर नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगरा, कानपुर, मेरठ और बनारस में मेट्रो बनाने का काम किया जाएगा।
इससे पहले पार्टी के नेता किरणमय नंदा ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम हुआ है। पिछले पांच वर्षो में हमने ऐतिहासिक काम किया है। पिछले सभी वादे पूरे हुए हैं। चुनावी घोषणा-पत्र में जो वादे किए जाएंगे, उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उप्र में फिलहाल किसी पार्टी के पास सीएम का चेहरा नहीं है, लेकिन सपा के पास एक सफल युवा मुख्यमंत्री का चेहरा मौजूद है। राज्य की जनता उन पर विश्वास करती है और इस चुनाव में भी भारी जीत के साथ सरकार बनाएगी।
इस कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ मंत्री राम गोबिंद चौधरी, किरणमय नंदा, आजम खान, अहमद हसन, अरविंद सिंह गोप व शाहिद मंजूर उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान डिंपल यादव भी मौजूद थीं। हालांकि अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव और उनके करीबियों ने इस पूरे कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। सूत्रों ने बताया कि कार्यक्रम के कुछ देर पहले ही शिवपाल सैफई निकल गए। पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय, शादाब फातिमा, ओम प्रकाश सिंह कार्यक्रम के दौरान नजर नहीं आए।