मुंबई, सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आज केंद्र पर राजनीतिक फायदे के लिए लगातार अध्यादेश का रास्ता अपनाने का आरोप लगाते हुए राजग सरकार से कहा कि समान नागरिक संहिता और अयोध्या में राम मंदिर के लिए भी वह यही प्रक्रिया अपनाए।
अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने लिखा, अध्यादेश जारी करने का रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। ऐसे परिदृश्य में, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन पर अध्यादेश लाने में किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना करते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी ने कहा कि आज महिलाएं कतारों में खड़ी हैं और मुश्किलों का सामना कर रही हैं। शिवसेना ने कहा, महिलाएं इन दिनों परेशान हैं। नोटबंदी के कारण बाजार में मंदी है, आर्थिक विकास की रफ्तार थम गई है और इसकी आंच छोटे व्यवसायियों तक पहुंच रही है। कई लोगों का रोजगार छिन गया। इसमें कहा गया, वे महिलाएं जिनके पति कश्मीर घाटी में शहीद हो गए वे नोटबंदी के कारण आतंकी हमलों में कमी आने की खबरों को हास्यास्पद बताती हैं।