नई दिल्ली, इसका मकसद झूठी शिकायतों पर लगाम लगाना है। जनशिकायत के लिए काम करने वाली नोडल एजेंसी डिपार्टमेंट ऑफ एडमिनिस्ट्रेटिव रिफॉर्म्स एंड ग्रिवांस सेल की वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लू पीजीपोर्टल डाॅट निक डाॅट ईन पर लोग किसी भी सरकारी महकमे के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आधार कार्ड नंबर देने के पीछे वजह ये बतायी जा रही है कि झूठी शिकायतों से बचा जा सके और सरकारी बाबुओं को अनावश्यक दिक्कतों का सामना न करना पड़े। शिकायत दर्ज करने के लिए आधार कार्ड के इस्तेमाल को अनिवार्य नहीं बनाया गया है हालांकि लोगों को इसके लिए प्रेरित किया जाएगा। साल भर में ऑनलाइन करीब एक लाख से ज्यादा शिकायतें सरकारी महकमों के खिलाफ की जाती हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2014 में करीब तीन लाख शिकायतें की गई थीं। गौरतलब है कि आधार 12 नंबर का यूनिक आइडेंटिफिकेशन होता है जिसकी मदद से किसी शख्स की पुख्ता जानकारी इकठ्ठा की जा सकती है।