राज्य विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन आज महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अनुपमा जायसवाल ने कांग्रेस की अदिति सिंह के सवाल का जवाब देते हुये कहा कि प्राइमरी अध्यापकों की उपस्थिति जांचने के लिये सरकार के पास कई और तरीके हैं।
अध्यापक की उपस्थिति फोटोग्राफ के जरिये अथवा मध्यान्ह भोजन में अभिभावकों की संलिप्तता के द्वारा पता लगायी जा सकती है।
चुनाव जीत कर पहली बार विधानसभा की दहलीज लाघंने वाली सुश्री सिंह का सत्र में यह पहला सवाल था जिसका उन्हे प्रतिकूल जवाब मिला। मंत्री ने साफ किया कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर करने के लिये सभी यथासंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के अनुराग सिंह के एक अन्य सवाल पर मंत्री ने कहा कि सरकार सरकारी कालेजों में स्मार्ट क्लास रूम और वर्चुअल क्लास रूम की स्थापना कर रही है।इसके अलावा 138 कालेजों में ई लाइब्रेरी की सुविधा दी गयी है।