औरैया, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उद्योगपतियों का हित चाहने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की मंशा किसानो को खेतीबाड़ी के काम से हटा कर श्रमिक बनाना है।
तहसील बिधूना क्षेत्र के गांव ताजपुर में स्थित झब्बूलाल इंटर कालेज में किसान कार्यशाला में भाग लेने आये श्री टिकैत ने पत्रकारों से बातचीत में कहा “ यह सरकार बड़े उद्योगपतियों की सरकार है। इनसे गांव गरीब से कोई मतलब नहीं है। इनको ये है कि किसान खेती से हटे। 40 प्रतिशत लोग गांव से हटकर लेवर बने। जैसे बिहार में बने हैं। वहां 18 साल से मंडी बंद है, किसान गांव में ही फसलें बेंचने को मजबूर है।
व्यापारी गांव से फसलें खरीदकर बड़ी मंडियों में किसानों के नाम से बेचता है और बिहार का पूरा किसान बर्बाद हो गया है। वहां दो तरह के लोग बचे हैं। एक पढ़ा लिखा जो बाहर जाकर नौकरी कर रहा और दूसरा लेवर। इस सरकार की प्राथमिकता देश को लेवर कंट्री बनाना है।”
उन्होने कहा कि किसानों को फसलों के दाम चाहिए। उनके सामने बिजली पानी व खाद की समस्या न रहे मगर सरकारों की नीति गलत है, वह दिखाते कुछ हैं और करते कुछ हैं। जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। इस सबको लेकर आगे बड़ा संघर्ष होगा। अभी सभी धार्मिक उन्माद में लगे हैं।
किसान नेता ने कहा कि धर्म का कोई विरोधी नहीं हैं। पर पहले साल में तीन-चार त्योहार मनाये जाते थे पर अब हर माह में दर्जन भर से अधिक त्योहार मनाये जा रहे हैं। हमें समाजिक मूवमेंट में भी जाना पड़ेगा। त्योहारों, जन्मदिन व तेरहवीं संस्कार में होने वाले व्यर्थ के खर्चे को रोकना पड़ेगा। त्योहारों को सादगी से मनायें, जन्मदिन पर पौधे रोपे और तेरहवीं भोज की जगह हवन करें।
उन्होंने नशा बंदी पर जोर देते हुए कहा कि शराब व तम्बाकू सेवन बंद करें। जितना पैसा नशे में खर्च करते हैं उतने पैसे घर पर दें, इससे सभी खुश रहेंगे और शारीरिक नुकसान नहीं होगा।