सरकार महाकुंभ में मरने वालों के आंकड़े छिपा रही है: संजय सिंह

प्रयागराज, आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सरकार पर महाकुंभ में मरने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाया है।
संजय सिंह ने बुधवार को सर्किट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश सरकार कुंभ में मची भगदड़ में मरने वालो के आंकड़े छिपा रही है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि एक मीडिया संस्थान ने महाकुंभ में मारे गए 82 परिवारों के घर जाकर बातचीत किया, जिसमें परिजनों ने भगदड़ में अपने परिजन की मौत की बात स्वीकार किया।
राज्यसभा सांसद ने कहा कि मृतकों के परिजनों का मुंह बंद रखने के लिए पश्चिम बंगाल, बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों के मृतकों के घर पांच-पांच लाख रुपए नकद भेजे जा रहे हैं और कहा कि वे यह न/न कहें कि महाकुंभ भगदड़ में उनके परिजनों की मौत हुई है। उन्होंने यह सवाल उठाया कि सरकार यह पैसा कहां से और किस मद से दे रही है। सरकार मौत के आंकड़े क्यों छिपा रही है।
उन्होंने कहा कि इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण बात क्या हो सकती है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के ‘चाणक्य’ कहे जाने वाले के. गोविंदाचार्य के सगे भाई वासुदेवाचार्य की भी महाकुंभ भगदड़ में मौत हो गई। उनकी बॉडी को लावारिस घोषित कर दिया गया। भाजपा के इतने बड़े नेता के परिजन को भी प्रदेश पुलिस लावारिस घोषित कर रही है।
संजय सिंह ने कहा कि सरकार सिर्फ नाम बदलने की राजनीति कर रही है। नाम बदलने से कुछ नहीं होगा, धरातल पर काम करने से ही चीजें बदलेंगी। सरकार ने हाल ही में ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ खोला है, जिसमें कबाड़ एम्बुलेंस खड़ी है और चारों ओर गंदगी का अंबार है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता वहां जाकर सफाई कर रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने 2026 में प्रस्तावित उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने किसी भी दल के साथ गठबंधन से इंकार किया है। राज्यसभा सांसद ने कहा कि पार्टी पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी और किसी के साथ साझेदारी नहीं की जाएगी। पार्टी जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को तैयार कर रही है और संगठन को मजबूत किया जा रहा है।
योगी सरकार द्वारा ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता से कराए जाने के प्रस्ताव पर संजय सिंह ने कहा कि यह सराहनीय कदम होगा और इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद भी दिया। आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि समय आने पर पार्टी इस पर विचार करेगी।
एक अन्य सवाल के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि कोल जाति को जनजाति का दर्जा देने की मांग संसद में उठेगी। कोल जाति को जनजाति का दर्जा दिलाने के लिए 21 जुलाई को संसद सत्र में मुद्दा उठाया जाएगा। जब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और बिहार में कोल जाति को जनजाति का दर्जा मिल सकता है, तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि 45 लाख जनजातियों को हक दिलाने की लड़ाई आम आदमी पार्टी सड़क से संसद तक लड़ेगी।
सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। जब प्रदेश में शिक्षकों के दो लाख पद खाली हैं, तो उन्हें भरा क्यों नहीं जा रहा। सात साल से कोई नई भर्ती नहीं हुई है। जो बेरोजगार युवा शांतिपूर्वक अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन करते हैं, पुलिस उन्हें बलपूर्वक लाठीचार्ज कर भगा देती है। यह सब प्रदेश सरकार के इशारे पर हो रहा है।