नयी दिल्ली, वित्त मंत्रालय सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के शेयरों को लेकर एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) शुरू करने की योजना बना रहा है। एक अधिकारी ने यह कहा। अधिकारी ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘हम सार्वजनिक क्षेत्र के (पीएसयू) बैंकों के शेयरों को लेकर ईटीएफ लाने के बारे में विचार कर रहे हैं। हम उन संभावित शेयरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव का अध्ययन कर रहे हैं जो सूचकांक का हिस्सा हो सकते हैं।’’
सरकार दो ईटीएफ…सीपीएसई इटीएफ और भारत-22 ईटीएफ पहले पेश कर चुकी है जिसका निवेशकों में अच्छी मांग देखी गयी है।
सरकार ने भारत-22 ईटीएफ के जरिये 2017 से 32,900 करोड़ रुपये जुटा चुकी है। वहीं सीपीएसई ईटीएफ में 2014 से 28,500 करोड़ रुपये जुटा चुकी है।अधिकारी ने कहा कि ईटीएफ बैंक शेयरों में निवेशकों का भरोसा वापस लाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हो सकता है कि एक बैंक के शेयर फिलहाल निवेशकों के लिये आकर्षक नहीं हो लेकिन ईटीएफ के जरिये एकत्रित बैंकों के शेयर निवेशकों को आकर्षित कर सकते हैं।’’ कुल 20 पीएसयू बैंकों में सरकार की एसबीआई में 58.53 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वहीं पंजाब नेशनल बैंक में 70.22 प्रतिशत, केनरा बैंक में 70.62 प्रतिशत, ओरिएंटल बैंक आफ कामर्स में 77.23 प्रतिशत तथा बैंक आफ इंडिया में 83.09 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
इसके अलावा बैंक आफ बड़ौदा में 63.74 प्रतिशत, बैंक आफ महाराष्ट्र में 87.01 प्रतिशत तथा यूनियन बैंक आफ इंडिया में 67.43 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिये विनिवेश से 80,000 करोड़ रुपये जबकि अगले वित्त वर्ष में 90,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। चालू वित्त वर्ष में सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर अबतक 53,558 करोड़ रुपये निवेश से जुटा चुकी है।