कश्मीर को लेकर दिल्ली में ऑल पार्टी मीटिंग हुई, लेकिन इस बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकला. इस बात पर सभी पार्टियों ने सहमति जताई की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा. बैठक में ऑल पार्टी डेलीगेशन में शामिल नेताओं के सुझावों को लेकर गृह मंत्रालय ने एक प्रेजेंटेशन भी दिया.प्रेजेंटशन में कश्मीर के वर्तमान हालात को लेकर अलग-अलग पार्टियों का नजरिया बताया गया.
गृह मंत्रालय ने एक प्रेजेंटेशन में सिविलयन एरिया में सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफ्स्पा) की समीक्षा भी बात उठी और कुछ पार्टियों ने कश्मीर में अर्धसैनिक बलों और सैनिकों की संख्या घटाने का सुझाव दिया. कुछ पार्टियों का ये भी मानना है कि महबूबा मुफ्ती की कश्मीर हिंसा से निपटने में नाकाम रही.
प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि बैठक में इस बात पर सभी पार्टियों ने सहमति जताई की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होगा. जितेंद्र सिंह ने कहा कि हम सभी पक्षों से बात करने को तैयार हैं.उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं होगा. सभी पार्टियों ने लोगों से ये अपील भी की है कि वो हिंसा के रास्ते पर न चले.