लखनऊ,बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस का नाम लिये बगैर कहा कि थोड़ा और सही एवं सार्थक प्रयास किया जाता तो अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखने वाली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सर्वसम्मति से चुनाव जीत कर एक नया इतिहास बना सकती थीं।
राष्ट्रपति भवन में द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार भेंट करने के बाद सुश्री मायावती ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट में कहा “ माननीया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी से राष्ट्रपति भवन में आज काफी अच्छी मुलाकात हुई। अनुसूचित जनजाति (एसटी) समाज से ताल्लुक रखने वाली देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनने पर उनसे मिलकर उन्हें औपचारिक तौर पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। वे समाज व देश का नाम रौशन करें, यही कामना।”
उन्होने कहा “ वैसे तो बीएसपी व अन्य पार्टियों ने भी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उन्हें अपना समर्थन दिया और वे भारी मतों से विजयी हुई, किन्तु अगर थोड़ा और सही व सार्थक प्रयास किया गया होता तो वे सर्वसम्मति से यह चुनाव जीत कर एक और नया इतिहास ज़रूर बनातीं। देश को उनसे बहुत सारी आशाएं।”
गौरतलब है कि हाल ही में संपन्न राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू ने भाजपा के पूर्व नेता एवं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराया था। सिन्हा को कांग्रेस,सपा समेत कुछ अन्य विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त था जबकि बसपा ने इस चुनाव में आदिवासी एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग की मुर्मू का समर्थन किया था।