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सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए महिलाएं हर तीन साल में कराएं स्क्रीनिंग

इटावा,  चिकित्सकों का मानना है कि सर्वाइकल कैंसर की समस्या 30 से 45 व 60 से 70 वर्ष की उम्र की महिलाओं में होने की अधिक संभावना रहती है, इसलिए इस उम्र की महिलाओ को तीन साल में स्क्रीनिंग कराएं जाने की जरूरत है।

इटावा स्थित सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. प्रगति द्विवेदी ने यूनीवार्ता से विशेष बातचीत में कहा कि आज के दौर में तेजी से फैल रही सर्वाइकल कैंसर की बीमारी का इलाज वैक्सीनेशन है। सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है। नौ से 14 वर्ष की बच्चियों को इस वैक्सीन की दो डोज लगती हैं, जिसमें छह महीने के अंतराल पर वैक्सीनेशन किया जाता है। इसके अलावा 15 से 26 वर्ष की युवती व महिलाओं को वैक्सीनेशन के तीन डोज लगाए जाते हैं, जिसमें छह माह के भीतर तीन डोज लगाए जाते हैं। इसी के साथ 27 से 45 वर्ष की महिलाएं भी स्क्रीनिंग के साथ वैक्सीनेशन करा सकती हैं।

उन्होंने बताया कि अगर किसी महिला को आज के इस दौर में सर्वाइकल कैंसर के लक्षण दिखाई दें तो विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लें। इससे बचाव के लिए हर तीन साल बाद स्क्रीनिंग कराना बेहद आवश्यक है। सर्वाइकल कैंसर की समस्या 30 से 45 व 60 से 70 वर्ष की उम्र की महिलाओं में होने की अधिक संभावना रहती है, इसलिए इस उम्र की महिलाएं समय से स्क्रीनिंग कराएं ।

चिकित्सक ने सलाह दी कि सर्दी के दिनों में गर्भवती महिलाएं गर्म कपड़े पहन कर रहे और संतुलित आहार का सेवन करने के साथ ही प्रत्येक दिन तीन लीटर पानी अवश्य पीएं। आज के इस दौर में सर्वाइकल कैंसर की समस्या आम होती जा रही है, जिसमें मासिक धर्म में अनियमितता, बदबूदार स्राव व संबंध बनाने में समस्या होना मुख्य कारण है। अगर इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श लें। इससे बचाव के लिए हर तीन साल बाद स्क्रीनिंग कराना बेहद आवश्यक है। ।

उन्होंने बताया कि सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी की ओपीडी में कमरा नंबर 10 में सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग की जाती है। जिसमें महिलाओं की स्क्रीनिंग के बाद 10 दिन में आने वाली रिपोर्ट के आधार पर इलाज शुरू किया जाता है। स्वस्थ महिलाओं को भी हर तीन साल में स्क्रीनिंग करना बेहद आवश्यक है।