सहारनपुर, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गांवों में आपसी भाईचारा बनाये रखने के लिए श्ग्राम सुरक्षा एवं कल्याण समितिश् का गठन किया जाएगा।
जिलाधिकारी एन पी सिंह नानौता ब्लाक में शांति समिति की बैठक में उपस्थित बीडीसी सदस्योंए ग्राम प्रधानों और हारे हुए प्रधान पद के उम्मीदवारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विगत दिनों जिले में मानव जनित आपदा के चलते कई लोगों को नुकसान का सामना करना पडा। किसी भी राष्ट्र का विकास आपसी भाईचारे और सद्भाव से होता है। उन्होंने कहा कि ग्रामों में आपसी भाईचारा बनाये रखने के लिए श्ग्राम सुरक्षा एवं कल्याण समितिश् का गठन किया जायेंगा।
श्री सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल से घटनाओं में निरंतर वृद्धि होने के साथ ही वैमनस्यता बढ़ रही है। ऐसे में सभी का दायित्व है कि वह युवाओं को समझायें तथा सोशल मीडिया पर आने वाले आपत्तिजनक संदेशों के प्रति सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थिति खराब रहने से जिले में विकास योजनाओं को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सकता। भ्रष्टाचार, घोटालों एवं गरीबों की योजनाओं को पूरी पारदर्शिता से लागू नहीं कराया जा सकता। इसके लिए सभी जनप्रतिनिधि आगे आएं। महापुरूषों को जाति के आधार पर मत बांटियेए ये हमारी धरोहर हैंए इनका सम्मान कीजिए।
इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद दूबे ने कहा कि पिछले दिनों जिले में जिस प्रकार की घटनाएं हुई वह अपने आप में चिंता का विषय है। एक दूसरे से अविश्वास के चलते घटनाओं को जन्म दिया गया। उन्होंने कहा कि हमने गांव की सत्ता गांव के लोगों के हाथों में देने का निर्णय लिया है। इसके चलते गांवों में श्ग्राम सुरक्षा एवं कल्याण समितिश् का गठन किया जायेंगा।
श्री दूबे ने कहा कि इन समितियों में सरकारी कर्मचारियोंए हल्के के दरोगाए प्रधानए हारे हुए प्रत्याशी या अन्य कोई जनप्रतिनिधि, वर्षों से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार और स्वेच्छा से कार्य करने वाले ग्रामीणों की समिति का गठन किया जायेंगा। ये समिति अपने स्तर पर छोटे पुलिस और राजस्व के मामलों का निस्तारण करेंगी। उन्होंने कहा कि गांधी के ग्राम स्वराज्य की कल्पना के आधार पर इस समिति को अधिकार होगा कि वे गांव के हर छोटे बड़े फैसले में अपनी अहम भूमिका निभायें।