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सहारनपुर में लगातार बारिश से नदियां उफान पर

सहारनपुर, लगातार बारिश होने से सहारनपुर नगर की पांवधोई और ढगोला नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

हिडन के आस-पास की 12 से 13 कालोनियों में जलभराव से हालात बिगड गए है। नगर के आठ से 10 हजार लोग प्रभावित हुए है। मेयर डा. अजय सिंह ने सोमवार शाम बताया कि निगम ने नगर में सात राहत शिविर बनाए है जिनमें चार हजार लोगों को रखा गया है। जहां खाने-पीने के सभी प्रबंध किए गए है। पानी में डूबे घरों की छतों पर चढे लोगोें को सुरक्षित बचाने और राहत शिविरों में पहुंचाने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।

सहारनपुर में रिकार्ड तोड 150 मिली मीटर से ऊपर बारिश होने से हालात बिगड गए है। सभी नदियां उफान पर है। एनडीआरएफ, पुलिस, फायर ब्रिगेड और नगर निगम बचाव कार्य में जी-जान से जुटा है। यमुना पर बने हथिनी कुंड बैराज का जल स्तर आज सुबह पांच बजे तीन लाख नौ हजार क्यूसिक तक पहुंच गया था। शाम को छह बजे घटकर दो लाख 27 हजार 117 क्यूसिक रह गया है। जिसे यमुना में छोडा गया है। यमुना का जल स्तर शाम छह बजे 334.55 मिमी. है।

सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता ओम प्रकाश वर्मा ने बताया कि बारिश जारी है लेकिन पानी घटना शुरू हो गया है। सुबह के वक्त जरूर यमुना में पानी खतरे के निशान को छूं गया था। जनपद मेें कहीं भी बाढ नहीं आई है। अलबत्ता अनेक स्थानों पर खेत जलमग्न है और कुछ गांवों मेें भी पानी पहुंच गया है। सहारनपुर नगर में दो कालोनियां जल भराव से प्रभावित हुई है। उनमें पंजाबी बाग, वीनू विहार, सेतिया विहार, दयाल कालोनी, देवपुरम, नीलकंठधाम बृजेश नगर , सांकेत कालोनी, वाल्मीकी बस्ती और चकरहेडी आदि शामिल हैॅ। जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र ने सभी तहसीलदारो और राजस्व विभाग को अलर्ट किया हुआ है। जो हालात पर नजर रखे है। कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। जिले के कस्बों देवबंद, नानौता, चिलकाना, सरसावा, नकुड गंगोह आदि में निचले स्थानों पर जल भराव होने से जन-जीवन प्रभावित हुआ है। कई स्थानों पर कच्चे घर गिरने की सूचनाएं मिली हैं।