प्रयागराज,अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने समाजवादी पार्टी की मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव के बयान पर नाराजगी दिखाते हुए उन्हें सकारात्मक बयानबाजी करने की नसीहत भी दी।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के गैर सनातनियों के महाकुंभ में नहीं आने के अखाड़ा परिषद के बयान के खिलाफ टिप्पणी करने पर संतों में नाराजगी है।
श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने डिंपल यादव को देवी स्वरूपा बताया। उन्होंने कहा हम उनको साक्षात देवी मानते हैं। उनकी शक्ल भी देवी जैसी है । वह उत्तराखंड की रहने वाली है। पूरा उत्तराखंड उनको बहन के रूप में मानता है। उन्हें सनातन धर्म को मानने वालों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। हमारी बहन ऐसी पोलिटिकल हो गयी। साधु संधु पर अंगुली उठाई इसका हमें बहुत दुख है। उनसे ऐसे बयानों की अपेक्षा नहीं थी।
उन्होंने कहा कि वह डिंपल दीदी से इतना कहना चाहेंगे कि वह इतना पोलिटिकल नहीं हों क्योंकि वह उस वंश की हैं जहां से भगवान श्रीकृष्ण थे। वह पूरे उत्तराखंड के संतों की बहन है, पूरे संत उनका सम्मान करता था।
परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि हमें वह दिन भी याद हैं जब संतो के ऊपर प्रयागराज कुंभ मेले का प्रभारी आजम खान को बनाया गया था। क्या आप को वह दिन याद नहीं। क्या उत्तर प्रदेश में हिन्दू मंत्री नहीं मिला। हमें वह दिन भी याद हैं जब मुलामय सिंह यादव ने अयोध्या में राम मंदिर के लिए हजाराें साधु संतों को मारा पीटा और वध किया। अधिक कुछ नहीं कहना चाहूंगा बस यहीं कहूंगा कि आप अपने घर में देखिए, आप के लोगों ने साधु संतों के साथ क्या किया है। “अपने बयान को वापस लें, यही बेहतर होगा