नई दिल्ली, चुनावों के दौर में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। साक्षी महाराज के कब्रिस्तान वाले बयान की राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और सीपीआई नेता डी राजा ने आलोचना करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
लालू ने कहा, साक्षी महाराज विवािदत नेता रहे हैं और उनके इस बयान पर कार्रवाई होनी चाहिए। गौरतलब है कि साक्षी महाराज ने अपने बयान में कहा कि भारत में जगह की कमी को देखते हुए किसी भी धर्म-संप्रदाय के लोगों को शव दफनाने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए बल्कि शवों का दाह संस्कार किया जाना चाहिए। वहीं राजा ने भी लालू से सहमति जताते हुए कहा, साक्षी महाराज का बयान सांप्रदायिक और मुस्लिमों के खिलाफ भड़काने वाला है। चुनाव आयोग को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए। वह पहले भी ऐसे बयान देते रहे हैं। पीएम मोदी देश के संविधान को बनाए रखने में असफल रहे हैं। वह बीजेपी नेताओं पर लगाम भी नहीं रख पा रहे हैं। साक्षी महाराज ने कहा, भारत में दो-ढाई करोड़ साधु हैं, सबकी समाधि में कितनी जमीन लगेगी। इसके अलावा 20 करोड़ मुस्लिम भी हैं तो अगर सबको कब्र चाहिए तो हिंदुस्तान में जमीन ही कहां बचेगी। साक्षी के बोल यहीं नहीं रुके बल्कि आगे उन्होंने कहा, चाहे उसे आप कब्रिस्तान कहें, चाहे शमशान… हर शव का दाह किया जाना चाहिए। किसी भी शव को दफनाने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। बता दें कि इससे पहले भी साक्षी महाराज ने मेरठ में मुस्लिम समाज पर निशाना साधते हुए कहा था कि भारत की जनसंख्या 4 बीवी और 40 बच्चों वाले लोगों के कारण बढ़ रही है और इसके लिए हिंदू दोषी नहीं हैं। इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने साक्षी महाराज के खिलाफ नोटिस भी जारी कर दिया था। हालांकि, उनके इस बयान से बीजेपी ने किनारा कर लिया था और इसे साक्षी महाराज का निजी बयान बताया था।