समूह के सदस्यों के अनुसार समग्र भारत का विचार ‘‘ गंभीर खतरे ’’ में है क्योंकि विभाजनकारी ताकतों ने विचारों एवं अभिव्यक्ति की तमाम जगहों को दूषित कर दिया है और लोगों में डर विकराल होता जा रहा है। कल इस मंच के उद्घाटन पर एक बयान में उन्होंने कहा , ‘‘ जिन लोकतांत्रिक ढांचों के जरिये आम नागरिक अपनी आकांक्षाओं को अभिव्यक्त करता है और अपने सपनों को पूरा करता है , उसे निशाना बनाया जा रहा है। ’’
बयान में कहा गया , ‘‘ हम समान विचारधारा वाले लोगों को इसमें शामिल कर इसका विस्तार करना चाहते हैं, लेकिन ‘ इंडिया इन्क्लूसिव ’ एक मंच बना रहेगा और इसे एक संगठन के तौर पर विकसित नहीं किया जायेगा। इसके अनुसार ‘ इंडिया इन्क्लूसिव ’ एक औपचारिक खुला मंच है। यह देशभर से उन नागरिकों एवं सिविल सोसाइटी समूहों का नेटवर्क होगा जो संवैधानिक मूल्यों का संरक्षण करना चाहते हैं। यह मंच नफरत फैलाने वालों के खिलाफ प्रतिरोध खड़ा करने का प्रयास करेगा।
इसमें कहा गया है कि इस विचार को मजबूती देने के लिये 25-27 मई को एक नागरिक सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा , जिसमें बुद्धिजीवियों , छात्रों , सामाजिक कार्यकर्ताओं , वकीलों , शिक्षाविदों , मीडियाकर्मियों के हिस्सा लेने की संभावना है। ‘ इंडिया इन्क्लूसिव ’ आगामी महीनों में अन्य शहरों में भी ऐसे सम्मेलन के आयोजन की योजना बना रहा है।