नयी दिल्ली , इस बार मलयालम के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित लेखक के पी राममुन्नी ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ट्रेन में भीड़ के हमले मारे गए युवक जुनैद खान के परिजनों को अपना पुरस्कार देने की घोषणा की है। रामनुन्नी को आज यहाँ साहित्य अकादमी के आज नवनिर्वाचित अध्यक्ष चंद्रशेखर कम्बार ने वर्ष 2017 के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया । उन्हें यह पुरस्कार उनके उपन्यास दैवतिंटे पुस्तकंम के लिए दिया गया ।
उन्होंने जब पुरस्कार की राशि सोलह वर्षीय दिवंगत युवक जुनैद के परिजनों को देने की घोषणा की तो उस समय जुनैद की मां एवं परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। रामनुन्नी ने समारोह के बाद पत्रकारों से कहा कि उन्होंने अपने उपन्यास में मोहम्मद नबी और कृष्ण को भाई के समान माना है और दोनों के व्यक्तित्व में एक ख़ास तरह की समानता है।
उन्होंने कहा कि उनके इस उपन्यास का सन्देश भाईचारा और सौहार्द है इसलिए वह अपना यह कर्तव्य समझते हैं कि वह पुरस्कार की राशि जुनैद के परिजन को दें जो हिन्दू कट्टरपंथियों द्वारा मारा गया । उन्होंने कहा कि वह एक सच्चे हिन्दू हैं और हिन्दू धर्म की यह परम्परा रही हैं कि वह किसी व्यक्ति के साथ हुए इस अपराध का प्रायश्चित करे और यह पुरस्कार की राशि उसी का एक प्रतीक है। पन्द्रह मई 1955 को कोलकाता में जन्मे रामनुन्नी थुंचन स्मारक ट्रस्ट के प्रसाशक है और उन्हें कई पुरस्कार मिल चुके हैं।उनका पैतृक निवास केरल के पोनान्नी में है।