मुंबई, फिल्मकार अनुराग कश्यप का कहना है कि फिल्म जगत में फिल्मी सितारों के बच्चे बाहर से आए लोगों की तुलना में सफलता को बेहतर तरीके से संभाल पाते हैं, क्योंकि बाहरी लोगों का शुरूआती सफलता के बाद ही ध्यान भटक जाता है। देव डी में अभय देओल और बॉम्बे वेलवेट में रणबीर कपूर के साथ काम करने वाले कश्यप ने अधिकतर सभी फिल्मों में बाहरी सितारों के साथ ही काम किया है। कश्यप ने कहा कि क्योंकि फिल्मी सितारों के बच्चों ने बचपन से ही कामयाबी और नाकामयाबी के उतार-चढ़ाव को देखा होता है इसलिए वे अपने आप को संभालने के लिए तैयार होते हैं। एक फिल्म उत्सव के दौरान कश्यप ने कहा, मैंने अक्सर देखा है कि वे बच्चे जिनका बचपन से फिल्म जगत से नाता रहा हो, उनमें अधिक ठहराव होता है। बाहर से आने वाले अभिनेता एक फिल्म के बाद ही बिखर जाते हैं। यह एक सत्य है और मैं यह अपने 23 साल के अनुभव के आधार पर कह रहा हूं। निर्देशक ने कहा, आपने देखा होगा कि अपनी पहली फिल्म में वे बेहतरीन काम करते हैं और उसके बाद आपको आश्चर्य होता है कि वे क्यों बेकार के किरदार निभा रहे हैं। वे सफलता को संभाल नहीं पाते।