कुंभ मेले का नया प्रतीक चिह्न भी अनिवार्य रूप से दिखाया जाएगा. प्रदेश के पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश के सिनेमाघरों में राष्ट्रगान के बाद कुंभ मेले का लोगो भी प्रदर्शित करना जरूरी होगा. इसे जल्द ही अमल में लाया जाएगा. ऐसा इसलिए किया जाएगा ताकि लोग इस धार्मिक आयोजन के उद्देश्य और महत्व को जान सकें.
उत्तर प्रदेश सरकार कुम्भ मेला 2018-19 की ब्रांडिंग के लिए पूरी ताकत झोंके हुए है. सरकार ने इसके लिए आयोजन समिति में कई एक्सपर्टस को भी शामिल रखा है. एक्सपर्ट्स कमिटी के सुझाव पर सरकार ने कुम्भ मेले का लोगो और लोगो के प्रचार प्रसार के लिए कार्ययोजना को यूपी कैबिनेट का अनुमोदन भी दिला दिया था. राज्य सरकार ने जारी आदेश में सिनेमाघरों में राष्ट्रगान के बाद कुम्भ मेले के लोगो के प्रदर्शन को अनिवार्य कर दिया है.
इसके अलावा राज्य सरकार ने ये भी फ़ैसला किया है कि शासकीय कार्यक्रमों, पोस्टर, बैनरों और लेटरपैड पर भी कुम्भ लोगो का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे पहले यूपी सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्मशताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में शासकीय कार्यो से उनसे जुड़े लोगो को जोड़ने का भी आदेश दिया था. यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कहते है कि कुम्भ मेले के आयोजन को यूनेस्को ने भी हेरिटेज घोषित किया गया है.