नई दिल्ली, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने सुकमा नक्सली हमले पर गृह मंत्रालय को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है। जिसमें उन सभी परिस्थितियों का जिक्र किया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में गत महीने नक्सलियों के हमले में सीआपीएफ के 25 जवान मारे गए थे।
जानिये, आप स्वयं कैसे दूर कर सकतें हैं, अपने आधार कार्ड की गलतियां ?
सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट में अधिकारियों ने कहा है कि माओवादियों के संसाधन जुटाने के खिलाफ जमीन पर कमांडरों की स्पष्ट नाकामी की बात की गई है और साथ ही बताया गया है कि कैसे नक्सली सीआरपीएफ के गश्ती दल की गतिविधियों पर नजर रख पाए। जिससे 24 अप्रैल को सुकमा में बुर्कपाल के नजदीक इस नृशंस घटना को अंजाम दिया गया था।
मायावती ने खोली, योगीराज की पोल, कहा-चल रहा है, अपराधियों का राज
इस रिपोर्ट में घटना का क्रमानुसार ब्यौरा दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नक्सलियों ने गश्ती दल को निशाना बनाने में स्थानीय लोगों की मदद ली गयी थी। मंत्रालय इस रिपोर्ट का अध्ययन करेगा जिसके बाद कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को राज्य के बस्तर क्षेत्र में अभियानों की अगुवायी करने के लिए तैनात किया जा सकता है। सीआरपीएफ ने छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों के लिए करीब 28,000 जवानों को तैनात किया है।