लखनऊ, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उम्मीद जतायी कि जनता अगले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर सपा पर भरोसा करेगी और प्रदेश में दोबारा उनकी सरकार बनेगी। समाजवादियों ने विकास में संतुलन बनाया है। शहर के साथ-साथ गांवों का भी विकास किया है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनता को भाजपा और बसपा से होशियार रहने की सलाह देते हुए आज कहा कि बसपा ने कीमती जमीनों पर कब्जा करके मूर्तियां लगवा लीं वहीं, भाजपा अब चुनाव को साम्प्रदायिक एजेंडे की तरफ ले जा रही है। मुख्यमंत्री ने धनतेरस के मौके पर प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों को एक थाली और गिलास के वितरण अवसर पर कहा भाजपा के लोग चुनाव प्रचार के दौरान क्या कह देंगे, कुछ नहीं पता..इसलिये भाजपाइयों से बचकर रहना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दशहरे के दिन लखनऊ में और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा गुरुवार को इटावा में अपने भाषण के दौरान जय श्रीराम का नारा लगाये जाने की तरफ इशारा करते हुए अखिलेश ने कहा याद रखना, ये वही लोग हैं जो पहले दूसरा नारा देते थे। पहले उनका भाषण भारत माता की जय पर खत्म होता था, अब किस बात पर खत्म हो रहा है… इसलिये होशियार रहिये।
भाजपा को विकास के मामले में केन्द्र की अपनी सरकार तथा उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार के बीच तुलना करने की चुनौती देते हुए उन्होंने कहा हम भाजपा के लोगों से पूछना चाहते हैं कि आपने लखनऊ में कौन सा बड़ा काम किया है। अगर आप काम में तुलना करेंगे तो समाजवादियों की तुलना नहीं की जा सकती। मुख्ममंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग ऐसे शब्द ढूंढकर लाते हैं जो आसानी से समझ नहीं आते। खुद उन्होंने गूगल पर देखा तो पता लगा कि सर्जिकल स्ट्राइक क्या है। अखबारों में देखा तो पाया कि हमने भी सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है। तब ठीक से जाना कि सर्जिकल स्ट्राइक क्या है।
उन्होंने कहा हालांकि हम उन्हें (मायावती को) अच्छे शब्द से बुलाते हैं। वह इससे नाराज भी होती हैं लेकिन आज धनतेरस है, इसलिये फिर से अच्छे शब्द में कहेंगे कि हमारी बुआजी ने अपने जीते-जी अपनी मूर्तियां लगवा लीं और स्मारकों पर ऐसे हाथी लगवाये जो बैठे थे, वे बैठे ही रहे और जो खड़े थे वे अब भी खड़े ही हैं।