लखनऊ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानो को लेकर बड़ा बयान दिया. अपनी मांगों को लेकर किसान क्रांति पैदलयात्रा पर निकले किसानों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसान राजनीतिक एजेंडे में शामिल हुआ है. यह साढ़े चार साल में केंद्र की बीजेपी सरकार की बड़ी उपलब्धि है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसानों की कई मांगों पर प्रदेश सरकार पहले से ही अमल कर रही है. उन्होंने कहा कि जानवरों की जो समस्या है उसके लिए सरकार ने सभी 75 जिलों में गौशाला केंद्र खोले जाने के लिए 120 करोड़ का बजट आवंटित किया जा चुका है. इसी तरह 17 में से 16 नगर निगमों को भी गौशालाओं के लिए निर्देशित किया गया है.
उन्होंने किसान आन्दोलन पर कहा कि किसी को भी दिल्ली जाने का अधिकार है. लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी तंज कसा. उन्होंने किसान आंदोलन को विपक्ष के समर्थन पर कहा कि जिसे आलू और गन्ने का फर्क नहीं वह खेती किसानी की बात कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में किसी किसान ने हत्या नहीं की. सभी दल सत्ता में रहे हैं, लेकिन किसी ने भी किसानों की नहीं सोची. सिर्फ उन्हें लूटा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में 86 लाख किसानों का एक लाख तक कर्ज माफ़ किया गया. गन्ना किसानों का भुगतान किया गया. धान और गेहूं सीधे किसानों से खरीदा. 50 लाख मीट्रिक टन गेंहू खरीदने का लक्ष्य है. गन्ना किसानों को 26000 करोड़ भुगतान कराया. बंद चीनी मिलें चलवाईं. विपरीत परिस्थितियों में भी भुगतान कराया. गन्ना किसानों का 75 प्रतिशत भुगतन हो गया है. गन्ना किसानों का 30 अक्टूबर तक पूरा बकाया भुगतान करने का निर्देश दिया गया है.