नई दिल्ली, उच्चतम न्यायालय ने इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स के खेलने पर लगे प्रतिबंध के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया। स्वामी ने सट्टेबाजी के आरोप में सीएसके के खिलाफ लगाए गए दो वर्ष के प्रतिबंध को चुनौती देते हुए कहा था कि सीएसके के किसी खिलाड़ी या इसके मालिक एन श्रीनिवासन के खिलाफ कोई आरोप नहीं है। भाजपा नेता का कहना था कि आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी एवं शशांक मनोहर ने श्रीनिवासन एवं सीएसके को निष्कासित कराने के उद्देश्य से साजिश रची थी। हालांकि न्यायालय ने कहा कि श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन सीएसके का पदाधिकारी है और वह सट्टेबाजी में दोषी पाया गया है। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि श्रीनिवासन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पदाधिकारी होने के साथ-साथ सीएसके के भी मालिक हैं और इस प्रकार वह हितों के टकराव की स्थिति में थे।