नई दिल्ली, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को सीबीआइ पर निशाना साधा और एक लोन डिफॉल्टर के खिलाफ केस में जांच को लेकर राष्ट्रीय एजेंसी की भूमिका पर सवाल खड़े किए, जिसका कथित रूप से भाजपा से संबंध है। यह मामला तब सामने आया जब दिग्विजय सिंह ने अप्रैल 2016 में डिफॉल्टर कंपनी सिद्धि विनायक लॉजिस्टिक लिमिटेड के केस के संबंध में वित्तमंत्री अरुण जेटली को पांच पन्ने का एक पत्र लिखा था। इसमें कर्ज भुगतान में देरी को लेकर बैंक को दिए स्पष्टीकरण पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ करीबी संबंध का धौंस दिखाने की भी बात कही गई थी।
दिग्विजय सिंह ने एक के बाद एक ट्वीट कर सीबीआइ पर निशाना साधा। उन्होंने एक ट्वीट में सवालिया लहजे में कहा कि क्या सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (सीबीआइ) सेंट्रल ब्यूरो ऑफ प्रोटेक्टिंग करप्शन बन गया है? वहीं एक अन्य ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने यह मुद्दा वित्त मंत्री के सामने उठाया था और अब सीबीआई इस पर कार्रवाई कर रही है। इसमें कोई हैरानी नहीं कि सीबीआई मेरे खिलाफ एक और केस दर्ज कर दे। एक ट्वीट में उन्होंने सिद्धि विनायक लॉजिस्टिक लिमिटेड के मालिक आरसी बैद के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 के आम चुनाव के अभियान में शामिल होने का शक भी जताया और सवालिया लहजे में कहा कि क्या सीबीआइ और ईडी आरसी बेदी के भाजपा के साथ संबंध की जांच करेंगे या नहीं। आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह इस वक्त खुद व्यापम घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधने वाले एक कैंपेन में शामिल होने के लिए सीबीआइ जांच के घेरे में हैं।