नयी दिल्ली, सरकार ने आज राज्यसभा में कहा कि सीमाओं की रक्षा के लिए बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि रक्षा मंत्रालय अपने लिए आवंटित बजट का न केवल पूरा व्यय करता है बल्कि यह बजट के बाहर भी व्यय करता है। उन्हाेंने कहा, ‘‘ बजट की कमी का असर रक्षा तैयारियों पर नहीं पड़ने दिया जाएगा।”
उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि रक्षा तैयारियों के साथ कोई समझौता नहीं होगा। आवश्यकता के अनुसार फैसले लेने के लिए सेना के अधिकारों में बढोतरी की गयी है। एक अन्य पूरक प्रश्न का जवाब देते हुए श्री सिंह ने कहा कि सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और प्रक्रियागत देरी के कारणों काे समाप्त किया जा रहा है।
रक्षा मंत्री ने आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि सेना आवंटित बजट से अधिक खर्च कर रही है। उन्होेंने कहा कि वर्ष 2016..17 में रक्षा बजट 340921.98 करोड़ रुपए था जबकि व्यय 351650.10 करोड़ रुपए रहा। इसी प्रकार वर्ष 2017..18 में रक्षा बजट आवंटन 359854.12 करोड़ रुपए था और व्यय 379703.96 करोड़ रुपए था। वर्ष 2018..19 में रक्षा बजट में 404364.71 करोड़ रुपए रखे गए जबकि व्यय 404652.96 करोड़ रुपए रहा।