बजट में प्रस्तावित ग़ैर ब्रांडेड ज्वेलरी पर एक्साइज़ ड्यूटी के ख़िलाफ़ सर्ऱाफ़ा व्यापारियों की हड़ताल लगातार 11वें दिन जारी है। ताज़ा बजट में किए गए प्रावधानों को लेकर सर्राफ़ा बाज़ार में रोष है। देश के लाखों सर्राफ़ा व्यापारियों के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. दस दिनों से सारी ज्वेलरी की दुकानें बंद हैं।
ग़ैर ब्रांडेड ज्वेलरी पर एक्साइज़ ड्यूटी के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पुराना ट्वीट शेयर किया जा रहा है. 28 मार्च 2012 को किए गए इस ट्वीट में नरेंद्र मोदी ने तब गैर ब्रांड ज्वेलरी पर लगाई गई एक्साइज़ ड्यूटी वापस लेने की मांग की थी. तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ने इस ट्वीट में लिखा था, “मैंने केंद्र सरकार से गैर ब्रांड ज्वेलरी पर एक्साइज़ ड्यूटी और ज्वेलरी की ख़रीद पर टीडीएस का प्रावधान वापस लेने को कहा है.”तब केंद्र सरकार ने दो लाख रुपए से अधिक की ज्वेलरी ख़रीद पर टीडीएस का प्रावधान किया था. मोदी ने कहा था, “एक प्रतिशत एक्साइज़ ड्यूटी लगाने से देश में इंस्पेक्टर राज लौट आएगा.”मोदी ने यह भी कहा था, “इस क्षेत्र का 90 प्रतिशत आउटपुट लघु उद्योग से आता है और यह सबसे ज़्यादा नौकरियां पैदा करने वाला सेक्टर है.”
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 4 अप्रैल 2012 को किया गया एक ट्वीट भी ख़ूब शेयर किया जा रहा है.इस ट्वीट में सुषमा ने लिखा था, “हम ग़ैर ब्रांड ज्वेलरी पर एक्साइज़ ड्यूटी हटाने की मांग कर रहे हैं और इस संबंध में मैंने प्रणब मुखर्जी से मुलाक़ात भी की है.”