सुप्रीम और हाईकोर्ट मे, एक भी न्यायधीश पिछड़े और दलित वर्ग से नहीं- उपेन्द्र कुशवाहा
April 11, 2019
भागलपुर, राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट मे, एक भी न्यायधीश पिछड़े और दलित वर्ग से नहीं है।
उपेन्द्र कुशवाहा ने आज भागलपुर जिले के गोराडीह प्रखंड के मुरहन गांव में महागठबंधन के प्रत्याशी शैलेष कुमार उर्फ बुलो मंडल के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में आज भी दलितों एव पिछड़ों के लिए लागू आरक्षण का पालन ठीक से नहीं हो रहा है। सिर्फ कागजों पर ही यह कानून ;आरक्षण लागू है और इससे संबंधित वर्ग के लोग लाभान्वित नहीं हो रहे हैं।
रालोसपा अध्यक्ष ने कहा कि सर्वोच्च एवं उच्च न्यायालयों में एक भी न्यायधीश पिछड़े और दलित वर्ग से नहीं है तो दूसरी ओर देश के चालीस केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के सभी कुलपति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रभाव वाले दूसरे वर्ग के लोग हैं। वर्तमान सरकार में भारतीय संविधान का मजाक बनाया गया है। पिछड़े वर्ग से आने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र कुमार मोदी ने ही देश के दलितों एवं पिछड़ो को धोखा दिया है।
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि श्री मोदी बनावटी पिछड़े जाति से आते हैं क्योंकि यह बाद में पता चला कि वह पिछड़ी जाति में पैदा नहीं हुए हैं। ऐसे में भला वह पिछड़ों और दलितों के हितैषी कैसे हो सकते हैं। उपेन्द्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर दलितों एवं पिछड़ो को धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी सरकार में आरक्षण का लाभ केवल कागजों में सिमट कर रह गया है।