मुंबई, भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने एअर इंडिया के प्रस्तावित विनिवेश के कदम पर सवाल खड़ा करते हुए इस बात पर हैरानी जतायी कि एयरलाइन को बेचे जाने की आखिर आवश्यकता क्यों पड़ी जबकि इसकी सीटें भरी होती हैं। स्वामी ने ट्वीट किया कि दिल्ली में मैंने आने और जाने दोनों ओर से एअर इंडिया से सफर किया है। सभी तीनों वर्गों में हर सीट भरी रहती है।
तो आखिर इसे क्यों बेचा जाये। अगर हम इसरो को चला सकते हैं तो एअर इंडिया को क्यों नहीं? नीति आयोग ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एयरलाइन का पूर्ण निजीकरण का सुझाव दिया है। बहरहाल, एअर इंडिया के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि अपना कर्ज चुकाने के लिये विमानन कंपनी के पास पर्याप्त संपत्ति है और सरकार को इसे बेचने या किसी निजी हाथों में सौंपने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।