रेस्टरूम घर का अहम हिस्सा होते हैं। क्रिएटिव लोग या जो अकेले में समय बिताना चाहते हैं, उनके लिए भी यह सबसे मुफीद जगह होती है। इसलिए रेस्टरूम या वॉशरूम ऐसा होना चाहिए जो कि साफ-सुथरा होने के साथ ही सुविधाजनक भी हो। इनकी साज-सज्जा पर भी उतना ही ध्यान देने की जरूरत होती है, जितना कि घर के बाकी हिस्सों पर। जरा सी भी कमी या अव्यवस्था सुबह से ही आपका मूड खराब कर देगी। जानते हैं कि कैसे रख सकते हैं अपना रेस्टरूम भी ऐसा कि लोग आपकी तारीफ किए बिना रह न सकें। रेस्टरूम घर का वह कोना होता है जो सिर्फ घर वाले ही नहीं बल्कि घर आए मेहमान या दोस्त भी अकसर इस्तेमाल करते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि यह वह जगह होती है जहां नए विचार जन्म लेते हैं और लोग अपना तनाव भी यहां दूर करते हैं।आपकी जरूरत भर का सामान रखने लायक जगह भी वहां होनी चाहिए। आप अपनी पसंद के हिसाब से अपने रेस्टरूम को कोई भी स्टाइल दे सकते हैं, मसलन इंडियन, वेस्टर्न या इंडो वेस्टर्न।
वेल डिजाइंड हो रेस्टरूम घर के हर हिस्से के लिए सही लोकेशन का चयन करना बेहद जरूरी होता है। रेस्टरूम हमेशा ऐसी जगह पर होना चाहिए जो आपके बेडरूम और ड्रॉइंगरूम के पास हो। आजकल वैसे भी हर कमरे से अटैच्ड एक रेस्टरूम होता ही है। जब अपना घर सजाने में हम इतनी मेहनत करते हैं, हर छोटी-बडी बात का विशेष खयाल रखते हैं, तो रेस्टरूम की डिजाइनिंग को भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। रेस्टरूम के बाहर थोडी जगह ड्रेसिंग एरिया के लिए जरूर रखनी चाहिए, इससे तैयार होने में सहूलियत रहती है। इसे पाउडर रूम भी कहते हैं। पूरे घर या फ्लैट का इंटीरियर डिजाइनर होने पर रेस्टरूम को भी वैसा ही लुक देने की कोशिश करनी चाहिए। अगर सीलिंग की हाइट 10 फीट हो तो तो डिजाइनर सीलिंग बनवाई जा सकती है। उससे कम हाइट होने पर उसे सादा ही रहने दें। अगर दरवाजे की हाइट लगभग 7 फीट हो तो 3 फीट का गैप जरूर रखना चाहिए।
लाइट फिटिंग, पाइप, कैबिनेट और बाकी सभी एक्सेसरीज का बजट पहले ही बना लेना चाहिए। डिजाइनर रेस्टरूम्स में डिजाइनर नलों व शॉवर्स की फिटिंग जरूर करवाएं। टाइल्स और दीवारें आजकल सेरमिक टाइल्स भी चलन में हैं। ये मार्बल को अच्छी टक्कर दे रहे हें। ये मोजैक टाइल्स का ही पार्ट होते हैं और इन टाइल्स का रख रखाव भी आसान होता है। बाकी टाइल्स की तुलना में ये किफायती होने के साथ ही टिकाऊ भी ज्यादा होते हैं। रेस्टरूम में हमेशा ऐसी फ्लोरिंग को तवज्जो देनी चाहिए जिस पर फिसलन का खतरा कम हो। दीवारों के लिए भी तरह-तरह के डिजाइनर टाइल्स मार्केट में उपलब्ध हैं। उन्हें आप किसी थीम के हिसाब से भी लगवा सकते हैं। डिजिटल पेंटिंग वाले टाइल्स भी काफी चलन में हैं।
टाइल्स का चयन करते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे पानी सोखने की क्षमता रखते हों और उन्हें आसानी से धोया भी जा सके। वॉलपेपर की तरह इन डिजाइनर टाइल्स का इस्तेमाल करने से लुक बिलकुल बदल जाता है। फर्नीचर व अन्य एक्सेसरीज अपने बाथटब या वॉल टाइल्स से मैच करता हुआ ग्रेनाइट मार्बल का वॉशबेसिन आप काउंटरटॉप पर लगवा सकते हैं। रिच लुक के लिए कोरियन मार्बल का वॉशबेसिन भी फिट करवा सकते हैं। नीचे आप क्लोजेट बनवा सकते हैं। उसमें टॉवेल्स व वॉशिंग केमिकल्स रख सकते हैं। यह अच्छा स्टोरेज स्पेस होता है। इसको जमीन से लगभग 6 इंच ऊपर बनवाना चाहिए। बेसिन के पास डिजाइनर शीशा लगवाने से रेस्टरूम की रौनक बढ जाती है। दीवार के एक साइड पर वैनिटी या रैक भी लगवाई जा सकती है। ये टिकाऊ होती हैं और इन्हें साफ करना भी आसान होता है। जगह हो तो उसके अलावा और रैक्स भी रख लें। इससे सामान व्यवस्थित रहेगा। रैक्स का मटीरियल ध्यान से चुनें। पानी पडने पर जल्दी खराब होने की आशंका न हो। रंग-बिरंगे डिजाइनर टाइल्स या नैचरल वुडेन लुक देने से भी रेस्टरूम को खास बना सकते हैं। वेंटिलेशन के लिए एग्जॉस्ट जरूर लगवाएं। चाहें तो पंखा भी फिट करवा सकते हैं।