इटावा , स्कूली बच्चियों में मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों पर आधारित फिल्म ‘सोनचम्पा’ को कोलकाता में आयोजित चतुर्थ बेहाला अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में महिला सशक्तिकरण के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया है।
फिल्म के निर्देशक और बेसिक शिक्षा विभाग के स्टेट रिसोर्स ग्रुप के सदस्य राम जनम सिंह को यह पुरस्कार प्रसिद्ध अभिनेत्री ऋचा शर्मा ने प्रदान किया है।
सोनचम्पा लघु फिल्म के निर्देशक रामजनम सिंह ने बताया कि इटावा के शिक्षकों की ओर से निर्मित एवं अभिनित,बालिका स्वास्थ्य एवम शिक्षा पर आधारित फिल्म सोनचम्पा को समारोह में महिला सशक्तिकरण के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया । सोनचम्पा लघु फिल्म को बंगाली फिल्म उद्योग के कई जानी मानी हस्तियों की ओर से सराही गई ।
फिल्म महोत्सव के जूरी अभिनेता और निर्देशक नीलाद्री लाहिरी, निर्देशक सुमंत बंदोपाध्याय , तथा लेखक निर्देशक भास्कर सान्याल ने महोत्सव में आई देश विदेश की तमाम फिल्मों में सोनचम्पा को महिला सशक्तीकरण के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म के रूप में चुना। जूरी के सदस्यों ने संयुक्त रूप से कहा कि इस फिल्म ने वह मुद्दा उठाया है जिस पर प्रायः बात नही होती और कई वर्जनाओं तथा मिथकों के कारण बालिकाएं अपनी पढ़ाई में पिछड़ जाती हैं ।
उन्होंने बताया कि इस फिल्म को पुरस्कार मिलने से पूरी टीम की रचनात्मकता को बल मिला है तथा सब का उत्साह बढ़ा है । यह पुरस्कार टीम वर्क का परिणाम है । सब ने अपना श्रेष्ठ दिया और कार्य को रेखांकित किया गया है ।
फिल्म की सह निर्मात्री मंजू भदौरिया ने बताया कि पुरस्कार का मिलना उत्साह बढ़ाता है और बेहतर कार्य करने को प्रोत्साहित करता है ।
स्वदेश कल्चरल बैनर तले सोनचम्पा नाम की इस लघु फिल्म का निर्माण इटावा जिले के बिरारी,दतावली और हड़ौली जैसे गांवो के अलावा ऐतिहासिक स्थल कालीवाहन,सुमेर सिंह का किला, टिक्सी मंदिर,विश्व प्रसिद्द लायन सफारी आदि को स्थानों को सूटिंग की गई है।
सर्वश्रेष्ठ फिल्म के रूप में सम्मानित किए जाने पर टीम के सदस्य वीनस सेंगर , रजनीश त्रिपाठी , अनुपम कौशल , कामिनी अवस्थी , दिनेश माथुर , संजीव यादव , दीप्ति , आरिफ शहडोली , सुरेश कुशवाह ,संध्या , संजू संखवार ने अपनी प्रसन्नता साझा की।
इस फिल्म में बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों के साथ ही टेलीविजन तथा फिल्मों में लगातार सक्रिय अभिनेता आरिफ शाहदोली ने भी अभिनय किया है । फिल्म का संपादन और डबिंग भी स्थानीय जी स्टूडियो में अनमोल कुशवाहा तथा संगीतबद्ध सुरेश कुशवाहा एवं साध्वी संध्या द्वारा किया गया । फिल्म की कहानी बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक शिव अवतार पाल ने लिखी है।