इटावा , उत्तर प्रदेश में इटावा की लायन सफारी में सोना शेरनी के चौथे शावक की मौत हो गई है। पांच दिन में अब तक 4 शावको की मौत हो चुकी है। एक अन्य शावक जीवन और मौत के बीच जूझ रहा है।
लायन सफारी के उप निदेशक जय प्रकाश सिंह ने गुरुवार को 4 शावको की मौत की पुष्टि की । उन्होंने बताया कि शावक का शव पोस्टमार्टम के लिए आईबीआरआई बरेली भेज दिया गया है। एक शावक जो 9 जुलाई की पैदा हुआ था उसकी आज सुबह साढ़े 8 बजे मृत्यु हुई। सोना नामक शेरनी ने 5 शावक जन्मे थे। तीन शावको की मौत 9 और 10 जुलाई हो चुकी थी।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लायन सफारी के अधिकारियों को अक्षम बता कर जांच की मांग कर चुके हैं।अखिलेश यादव ने सफारी के अधिकारियों की लापरवाही शावको की मौत को जिम्मेदार बताया था। चौथे शावक की मौत के बाद सफारी प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है।
उपनिदेशक जय प्रकाश सिंह ने बताया कि बब्बर शेरनी सोना ने 9 जुलाई 2023 को जन्म दिये गये शावक की तबियत बिगड़ गयी। पार्क के पशु चिकित्सकों की टीम ने परीक्षण करने पर पाया कि उसके पेट फूलने एवं सांस लेने में समस्या आ रही थी। इलाज के दौरान ही अचानक करीब 12 बजे शावक का शरीर निष्क्रिय हो गया। प्रथम दृष्टया मृत शरीर के परीक्षण पर सांस रूकने के कारण ही मौत होना पाया गया है। शावक के मृत शरीर के पोस्ट मार्टम के उपरांत ही मृत्यु के वास्तविक कारणों का पता लग सकेगा।
भारतीय बब्बर शेरों में प्रथम प्रसव के दौरान लगभग 100 घंटे में 5 शावकों का जन्म लेना अत्यन्त ही दुर्लभ घटना है और गुजरात के विशेषज्ञों से वार्ता में भी यह स्पष्ट हुआ है कि भारतीय बब्बर शेरों में प्रथम प्रसव के दौरान जन्में शावकों का बच पाना प्रायः सम्भव नहीं हो पाता है एवं बड़े लिटर साइज में यह सम्भावना और भी कम हो जाती है। बब्बर शेरनी सोना के दिनांक 6 जुलाई 2023 को जन्में प्रथम शावक को सफारी के नियो नेटल सेंटर में वन्यजीव चिकित्सकों की सघन निगरानी में रखा गया है।
लायन सफारी के डॉ. रोबिन सिंह बताते हैं कि उनके स्तर पर सोना शेरनी के बचे हुए शावक की जिंदगी बचाने की कोशिश लगातार जारी है शावक को बोतल के जरिए दूध पिलाया जा रहा है।
लायन सफारी के पूर्व डॉ.गौरव श्रीवास्तव इस बात का दावा करते है कि अभी तक ऐसा कोई प्रमाण आधिकारिक रूप से सामने नहीं आया है जिसमें ऐसा कहा जाए कि बोतल से किसी भी शावक को दूध पिलाया गया हो और उसका जीवन सुरक्षित बचा हो ।
डॉ़ श्रीवास्तव का कहना है कि अगर शेरनी ने शावक को दूध पिलाना बंद कर दिया तो उसे बोतल के दूध के साथ साथ अन्य न्यूट्रिंस भी दिए जाए तो संभव है शावक का जीवन सुरक्षित बच जाए।
लायन सफारी में 4 शावको की मौत के बाद सफारी प्रबंधन पर सवालिया निशान खड़े हुए हैं।