लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अदालत से राहत मिलने के बाद बुधवार को कहा कि यह निर्णय देश के उभरते हुए ‘महापुरुषों और महानुभावों’ के खिलाफ कांग्रेस द्वारा किये जा रहे षड्यंत्रों को पूरी तरह उजागर करता है। इसके लिये कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिये।
मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाता सम्मेलन में सोहराबुद्दीन मामले में सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस की समाज विरोधी और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का लगातार भंडाफोड़ हो रहा है। कुछ ही दिनों के अंदर तीसरी बार कांग्रेस के षड्यंत्र और राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ के शर्मनाक कृत्य देश की जनता के सामने आये हैं।
योगी ने कहा कि हाल ही में सीबीआई की विशेष अदालत ने 2007 में गुजरात में हुए सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ ही सभी अन्य लोगों को आरोपों से मुक्त किया है। ‘‘अदालत का फैसला इस देश के उभरते हुए महापुरुषों और महानुभावों के खिलाफ कांग्रेस द्वारा किये जा रहे षड्यंत्रों को पूरी तरह उजागर करता है।’’
योगी ने कहा कि हालांकि शाह को उच्चतम न्यायालय ने 2014 में और उससे पहले मुम्बई की अदालत ने भी बरी किया था। लेकिन फिर भी तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उस समय प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह ने उन्हें जेल भेजने का षड्यंत्र किया। जिन व्यक्तियों से कांग्रेस को भय हो रहा था, उन्हें फर्जी और मनगढ़ंत तरीके से फंसाने के कुत्सित प्रयास किये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सोहराबुद्दीन रूपी आतंकवादी के हितों के लिये लड़ रही है। देश की सम्प्रभुता के खिलाफ लड़ने वाले आतंकवादी के पक्ष में किस तरह से तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने लॉबिंग करके शाह को जेल भेजने की साजिश रची। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को देश के सामने अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिये और देश की जनता से माफी भी मांगनी चाहिये।