सौहार्द रहेगा तो त्योहार रहेगा : अखिलेश यादव

लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दीपावली के अवसर पर प्रदेश और देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि त्योहार परस्परता, प्रेम और सौहार्द के प्रतीक होते हैं।
उन्होंने कहा, “किसी की माटी, किसी का दीया, किसी का सूत, किसी की बाती, किसी का तेल, किसी की खील, किसी का कपड़ा, किसी की सिलाई, किसी का खोआ, किसी की मिठाई, किसी का खिलौना, किसी का बताशा, किसी की फुलझड़ी, किसी का पटाखा, सौहार्द बचा रहेगा तो त्योहार बचा रहेगा।”
अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ लोग संकीर्ण राजनीति और नकारात्मक सोच के कारण त्योहारों की भावना को कमजोर करने का प्रयास करते हैं। ऐसे लोग दिखावे के लिए तो उत्सव मना सकते हैं, लेकिन सच्चे मन की खुशी उनके भीतर नहीं होती। उन्होंने कहा कि समाज में नफरत फैलाने वाले लोगों के लिए प्रार्थना करनी चाहिए कि वे अपने मन की कलुषता और ज़हर से बचें तथा आत्ममंथन करें कि पहले उनके विचारों में ऐसी कटुता क्यों नहीं थी और अब क्यों है।
उन्होने कहा कि जब व्यक्ति नकारात्मक सोच अपनाता है तो वह धीरे-धीरे हिंसक हो जाता है, जिससे उसके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। क्रोध और असहिष्णुता से उसके परिवार और सामाजिक संबंधों में भी तनाव उत्पन्न होता है।
सपा अध्यक्ष ने समाज से अपील की कि सभी लोग सकारात्मक सोच अपनाएं, सौहार्द बनाए रखें और दीपावली को खुशी, प्रेम और एकता के साथ मनाएं। उन्होंने कहा, “अच्छा सोचें, सकारात्मक रहें, खुद भी खुश रहें और बाकी सबको भी खुश रहने दें।”