नई दिल्ली, स्वराज अभियान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मे अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो0 आनन्द कुमार ने दलित महिला पत्रकार को पहले तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य पद का चुनाव लड़ने से रोका, लेकिन दलित महिला द्वारा नाम वापस लेने से मना करने पर रोकने पर जबर्दस्ती उसका पर्चा खारिज करा दिया और अपमानित किया । अपमान के कारण महिला डिप्रेशन मे है।
शुचिता, पारदर्शिता और ईमानदारी की दुहाई देने वाले स्वराज अभियान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मे राष्ट्रीय नेताओं प्रोफेसर आनन्द कुमार, प्रोफेसर अजीत झा, योगेन्द्र यादव की उपस्थिति मे नियम कानून को ताक पर रखकर देर रात्रि तक चले राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों के चुनाव मे जोर जबर्दस्ती का बोलबाला दिखा और दलित महिला पत्रकार का अपमान किया गया। सुबह 12 बजे शुरू हुई राष्ट्रीय संचालन समिति की बैठक मे 7 प्रदेशों के 114 जिलों से नव निर्वाचित प्रतिनिधि आये हुये थे। जिसमे महिलायें भी शामिल थी। दिनभर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा, कांग्रेस,आम आदमी पार्टी सहित देश के सभी प्रमुख राजनेताओं और राजनैतिक दलों को भ्रष्ट, लुटेरे,अपराधी बताकर कोसने वाले स्वराज अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द कुमार का असली चेहरा रात मे उस समय सामने आया जब राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव शुरू हुआ।
पहले तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों की पहले से तैयार सूची को ही स्वीकृति दिलाने का प्रयास किया गया। लेकिन ज्यादातर सदस्यों द्वारा विरोध प्रगट करने और चुनाव कराने पर जोर देने पर मजबूरन चुनाव कराना पड़ा। 40 सदस्य पदों के लिये 47 लोगो द्वारा पर्चा भरने पर चुनाव कराने की स्थिति बन गई। सूत्रों के अनुसार, प्रो0 आनन्द कुमार को लगा कि उनके खास लोग नही जीत पायेंगे। इसलिये वह उन सात सदस्यों को जबर्दस्ती बैठाने का दबाव बनाने लगे जो उनके खास नही थे। जिसके कारण दबाव मे कुछ लोग बैठ भी गये। लेकिन यूपी राज्य कार्यकारिणी की सदस्य और दलित महिला पत्रकार नीति वर्मा ने अपना नाम वापस लेने से मना कर दिया और वोटिंग कराने के लिये कहा, जिस पर आनन्द कुमार आग बबूला हो गये।
अपनी चाल न चलते देख आनन्द कुमार ने नीति वर्मा के प्रस्तावक सैय्यद इम्तियाज अली को धमकाना शुरू कर दिया कि वह प्रस्तावक से अपना नाम वापस ले ले जिससे नीति वर्मा का पर्चा खारिज हो जाये। जिसका बैठक मे उपस्थित कई सदस्यों ने विरोध किया। लखनऊ के जिला अध्यक्ष अनुराग यादव ने इलाहाबाद से आये विकलांग इम्तियाज अली को धमकाने पर प्रो0 आनन्द कुमार को मना किया तो आनन्द कुमार भड़क उठे। अनुराग यादव के यह कहने पर कि यही हरकत आपके द्वारा यूपी प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव मे करवायी गयी तो आनन्द कुमार बगलें झांकने लगे। नीति वर्मा द्वारा अपने प्रस्तावक सैय्यद इम्तियाज अली को जबर्दस्ती बैठाने का विरोध करने पर प्रो0 आनन्द कुमार ने नीति को धमकाते हुये अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। जिससे दलित महिला पत्रकार सदमे के कारण डिप्रेशन मे आ गयी।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के चुनाव मे, स्वराज अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रोफेसर आनन्द कुमार के भ्रष्ट आचरण और दलित महिला पत्रकार के अपमान पर रोष व्यक्त करते हुये, लखनऊ के जिला अध्यक्ष अनुराग यादव सहित कई सदस्यों ने स्वराज अभियान से इस्तीफा दे दिया।