बस्ती , उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मंगलवार को कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने चर्चा में बने रहने के लिए रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया है।
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य बिना सत्ता के नहीं रह पाते है, राम की शरण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में जाकर अपनी बेटी को सांसद बना लिए तब उन्हें रामचरितमानस पर ध्यान नहीं आया था।
ओमप्रकाश राजभर ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में थे तब उनकी पार्टी सत्ता में नहीं आई जिससे मजबूर होकर उन्होंने राम की शरण में आकर भाजपा के नेतृत्व में अपनी बेटी को सांसद बना लिया और स्वयं पांच वर्ष तक सत्ता में मंत्री के रूप में कार्यरत रहे। तब उन्हें रामचरितमानस के विषय में ध्यान नहीं आया तब तो राम की शरण खोज रहे थे आज उन्हें कोई पूछने वाला नहीं है तब विवादित बयान देकर अपने आप को चर्चित कर रहे हैं यह बहुत ही निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि सपा, बसपा तथा कांग्रेस पार्टी मुस्लिम समुदाय के लोगों को डरा कर उनसे वोट ले लिया जाता है और उनके हित के लिए कोई काम नहीं किया जाता है और सभी लोग भाजपा से पूछते हैं कि मुस्लिम समुदाय के लिए सरकार क्या कर रही है, लेकिन सच्चाई कुछ और ही है, जो सभी लोग भली भांति जानते हैं।
उन्होंने ‘बागेश्वर धाम’ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर लग रहे आरोपों को लेकर कहा कि आरोप और प्रत्यारोप लगाना एक अलग विषय है, कोई भी संत या कोई कथावाचक आपस में बैर रखना नहीं सिखाता है जो भी व्यासपीठ पर बैठता है वह ज्ञान और उपदेश ही देता है। अब उसे सुनने वालों के चश्मे की पावर अलग-अलग होती है कुछ लोग उसमें बुराई ढूंढते हैं तो कुछ लोग उससे सीख लेते हैं जो लोग आरोप लगा रहे हैं वह लोग पहले अपना चश्मा सही करें।