स्वास्थ्य विभाग भ्रष्टाचार की गिरफ्त में: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश में सरकारी और निजी अस्पतालों में मनमानी चरम पर है। भाजपा सरकार मरीजों और उनके तीमारदारों को इलाज और न्याय दिलाने के बजाय पीड़ितों पर लाठीचार्ज करती है। अस्पतालों में दवा, जांचें और उचित इलाज नहीं मिल रहा है। गरीब सरकारी और निजी अस्पतालों के बीच भटकने पर मजबूर हैं। अस्पतालों में कहीं डॉक्टर नहीं है, कहीं स्ट्रेचर और बेड नहीं है तो कहीं जांचें ठप्प है। स्वास्थ्य विभाग इलाज और सुविधाओं की जगह भ्रष्टाचार और आगजनी की घटनाओं के लिए पहचान बना चुका है।
उन्होने कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाज के अभाव में थक हार कर मरीज निजी अस्पतालों में जाने को मजबूर हो रहे है। निजी अस्पतालों में इलाज के नाम पर लूट हो रही है। कन्नौज के छिबरामऊ में निजी अस्पताल में डाक्टरों की लापरवाही से एक बेटी रूचि गुप्ता को जान गवानी पड़ी। बेटी के लिए न्याय मांगने वालों पर सरकार ने अत्याचार किया। न्याय के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों पर भाजपा सरकार की पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कन्नौज के भाजपा नेता सुब्रत पाठक, विधायक श्रीमती अर्चना पाण्डेय और सरकार का आरोपियों को संरक्षण है।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाली में डूबती जा रही है। सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं से मरीजों का भरोसा उठता जा रहा है। जिलों में मेडिकल कॉलेज के नाम पर केवल बिल्डिंगे खड़ी है। समाजवादी सरकार में जौनपुर, आजमगढ़, जालौन, कन्नौज समेत कई जिलों में मेडिकल कॉलेज बनाए गये। लखनऊ में विश्वस्तरीय कैंसर संस्थान बनाया गया। लेकिन इस सरकार ने इलाज और सुविधाओं के लिए पर्याप्त बजट तक नहीं दिया है।
उन्होने कहा कि चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री अपने विभागीय कार्यों में असफल होने के बाद वे ध्यान भटकाने के लिए दूसरों पर कीचड़ उछालने के कार्य में ज्यादा रूचि ले रहे है। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बर्बाद करने वाले बड़बोले मंत्री को जनता 2027 के विधानसभा चुनाव में जरूर सबक सिखायेगी।