नयी दिल्ली, पेगासस जासूसी, महंगाई, कृषि कानून समेत अन्य मुद्दों को लेकर लोकसभा में मंगलवार को विपक्षी दलों के सदस्यों का हंगामा जारी रहा, जिसके कारण प्रश्नकाल पूरा नहीं हो सका और सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, और शिरोमणि अकाली दल सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्य हाथों में तख्तियां लेकर अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और सरकार विरोधी नारे लगाने लगे।
अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू किया साथ ही हंगामा कर रहे सदस्यों से आग्रह किया कि वे अपने स्थान पर जाएं और प्रश्नकाल में किसान की समस्याओं से संबंधित अपने सवाल सरकार से पूछें। लेकिन वे नहीं माने और जोर जोर से नारेबाजी करने लगे।
नारेबाजी के बीच खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने देश में ई कॉमर्स प्लेटफॉर्म की अनुचित व्यापारिक पद्धतियों पर अंकुश लगाने को लेकर श्री सुशील कुमार सिंह और श्रीमती चिंता अनुराधा के प्रश्नों के उत्तर दिये।
हंगामा बढ़ता देख कर अध्यक्ष श्री बिरला ने सदस्यों से पुन: आग्रह किया कि वे अपनी सीट पर बैठें और चर्चा एवं संवाद में भाग लें। उन्होंने कहा कि सोमवार को विश्व आदिवासी दिवस था और वह चाहते थे कि अनंत काल से देश के सामाजिक आर्थिक विकास तथा भारत के स्वाधीनता संग्राम में आदिवासी समाज के योगदान पर चर्चा हो। लेकिन आप लाेग चर्चा के लिए तैयार नहीं हैं। ये गरीबों एवं वंचितों का सदन है। वह पुन: आग्रह करते हैं कि लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए सदस्य सदन की कार्यवाही में भाग लें। जनता ने उन्हें नारे लगाने या तख्तियां दिखाने के लिए सदन में नहीं भेजा है।
इसके बाद अध्यक्ष श्री बिरला ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।