नयी दिल्ली, कांग्रेस ने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम को गठबंधन की जीत बताते हुए कहा है कि वहां के मतदाताओं ने भाजपा के चुनाव जीतने के तिकड़म को धत्ता बताया है लेकिन हरियाणा विधानसभा के चुनाव परिणाम आश्चर्यजनक और अप्रत्याशित हैं।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश तथा प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हरियाणा के चुनाव परिणाम जमीनी हकीकत तथा जनता की भावनाओं के प्रतिकूल हैं और इसीलिए इस पर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस इस बारे में चुनाव आयोग से भी मिलेगी और वहां के चुनाव परिणामों को लेकर विस्तार से बात करेगी। उन्होंने जम्मू कश्मीर राज्य का दर्जा बहाल करने को जरूरी बताया और कहा कि यह गठबंधन की पहली प्राथमिकता होगी। गठबंधन सरकार केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा वापस लेगी और इस काम को तत्काल प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाएगा।
हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम को उन्होंने अस्वीकार्य बताया और कहा कि इस बारे में सुबह से ही चुनाव आयोग से लगातार बात हो रही है। आयोग से बराबर सवाल पूछे जा रहे हैं, सवालों के जवाब आ रहे हैं और आयोग के जवाब दिये जा रहे हैं फिर भी हरियाणा के कई जिलों से चुनाव परिणामों को लेकर बराबर शिकायतें आ रही हैं और इन शिकायतों को लेकर आयोग से सवाल किया जाएगा।
कांग्रेस नेताओं ने कहा “हरियाणा के परिणाम अप्रत्याशित और आश्चर्यजनक हैं और इसे हम स्वीकार नहीं करते हैं। परिणाम जमीनी हकीकत के विपरीत हैं और लोगों ये परिणाम पच नहीं रहे हैं। यह जोड़तोड़ की राजनीति की जीत है और पारदर्शी चुनाव की हार है और यह चेप्टर अभी समाप्त नहीं हुआ है। इस बारे में पार्टी आज कुछ नहीं कहेगी लेकिन जो परिणाम आए हैं और उनको लेकर शिकायते मिल रही हैं उनको लेकर एक दो दिन में चुनाव आयोग से मुलाकात करेंगे। जिन सीटों पर हमारे हारने की कोई गुंजाइश नहीं थी वहां हम हारे हैं। यह लोक भावना के खिलाफ है और इसे लेकर लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है।”
प्रवक्ताओं ने कहा “हरियाणा चुनाव परिणामों को लेकर समिति का गठन किया जाएगा। हरियाणा में हमसे जीत छीनी गई है और तंत्रों का इस्तेमाल चुनाव जीतने के लिए हुआ है। इस चुनाव परिणाम का विश्लेषण किया जाएगा और मामलों की छानबीन के लिए समिति का गठन होगा और कारणों पर विचार किया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि हिसार, नारनोल सहित कई जिलों से शिकायतें मिली हैं कि जिन ईवीएम की बैटरी 99 प्रतिशत थीं उन क्षेत्रों में पार्टी की हार हुई है और जिन क्षेत्रों में बैटरी 505-60 प्रतिशत थी वहां कांग्रेस जीती है। बैटरी की शिकायत सुबह ही की गई थी। उन्होंने कहा कि 12 से 14 सीटों पर शिकायतें आ रही हैं। आज ईवीएम को लेकर जो सवाल उठ रहे हैं वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर भी सवाल है और इस बारे में कांग्रेस विचार करेगी। पार्टी ने कहा है कि जो परिणाम आये हैं वे जनआकांक्षाओं के विपरीत तथा जमीनी हकीकत के खिलाफ हैं जिससे कार्यकर्ताओं में रोष है।